
नोएडा। कर्नाटक में भाजपा की रणनीति को धराशाही करने के बाद अब विपक्षी दलों की नजर 28 मई को होने वाले चार लोकसभा सीटों के उपचुनाव पर है। जिन चार सीटों पर लोकसभा उपचुनाव होने जा रहे हैं, उनमें से तीन सीटें भाजपा व एक सीट उसके सहयोगी दल के पास थी। ये चार सीटें, कैराना (पश्चिमी यूपी), पालघर (महाराष्ट्र), भंडारा-गोंदिया (महाराष्ट्र) और नागालैंड हैं, जहां 28 मई को उपचुनाव के लिए मतदान होना है। ऐसे में कर्नाटक चुनाव के बाद बढ़ती विपक्षी एकजुटता और बदलती राजनीतिक परिस्थितियों में भाजपा पर इन सीटों को बचाने का दबाव बढ़ गया है।
वहीं विपक्ष को लोकसभा चुनावों से पहले अपनी एकजुटता दिखाने का एक और मौका मिल गया है। इनमें हम बात करते हैं पश्चिमी यूपी की कैराना लोकसभा सीट की। इस सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के हुकुम सिंह ने जीत दर्ज की थी। 3 फरवरी को बीमारी के चलते नोएडा के जेपी अस्पताल में उनका निधन हो गया था, जिससे यह सीट खाली हो गई। इसलिए सीट पर उपचुनाव हो रहा है। पार्टी ने इस बार उनकी बेटी मृगांका सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। गोरखपुर और फूलपुर में भी तालमेल की तर्ज पर यहां भी विपक्ष ने एकजुटता दिखाते हुए अपना प्रत्याशी उतारा है। यहां अजीत सिंह की पार्टी रालोद (RLD) ने महिला प्रत्याशी तबस्सुम हसन को टिकट दिया है, जिन्हें सपा का भी समर्थन प्राप्त है।
हालांकि कैराना उपचुनाव में बसपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी तो मैदान में नहीं उतारे हैं, लेकिन इन दोनों ही दलों ने रालोद-सपा प्रत्याशी के समर्थन में खुलकर प्रचार भी शुरु नहीं किया है। इससे पहले गोरखपुर और फूलपुर के उपचुनाव में बसपा प्रमुख मायावती ने अपने कोऑर्डिनेटर्स को बाकायदा यह एडवाइजरी जारी की थी कि वे प्रचार के लिए लोगों के बीच जाएं और बसपा के वोटरों से सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी को वोट देने की अपील करें। सूत्रों की मानें तो इन दोनों ही दलों के नेता कैराना उपचुनाव में प्रचार किए जाने को लेकर अभी हाईकमान के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी की ओर से बुधवार को समर्थन की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस और बसपा भी जल्द ही अपने नेताओं को सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने का निर्देश दे सकती है।
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2014 के लोकसभा चुनाव का परिणाम
पार्टी प्रत्याशी का नाम कुल वोट
भाजपा हुकुम सिंह 5 लाख 65 हजार 909
सपा नाहिद हसन 3 लाख 29 हजार 81
बसपा कंवर हसन 1 लाख 60 हजार 414
रालोद कांग्रेस करतार सिंह भड़ाना 42 हजार 706
तृणमूल कांग्रेस दिवाकर कश्यप 6 हजार 562
Published on:
23 May 2018 07:23 pm
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