
आयुष्मान योजना के तहत अगर भुगतान में हुई देरी तो बीमा कंपनी को देना होगा हर हफ्ते 1% ब्याज
नोएडा।स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने 25 सितंबर को आयुष्मान भारत सुरक्षा योजना लांच करने की घोषणा दी थी। इसके बाद से ही लोग इसमें आने से लेकर इसके लाभ की जानकारी में जुटे है। तो बता दें कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना में देश के 50 करोड़ गरीबों का सरकार द्वारा पांच लाख रुपये का हेल्थ बीमा कराया गया है।जो किसी भी गरीब के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने पर बीमा कंपनियों Ayushman Bharat Scheme आयुष्मान भारत योजना के तहत उनका बिल खुद भरेगी। इतना ही नहीं अगर 15 दिन के अंदर कंपनी ने अस्पताल का बिल भरने में देरी की तो भुगतान करने पर खर्च की रकम के साथ 1 प्रतिशत प्रति सप्ताह की दर से ब्याज भी चुकाना पड़ेगा।यह भुगतान MEDICAL INSURANCE मेडिकल बीमा करने वाली कंपनी की तरफ से इलाज करने वाले अस्पताल के खाते में किया जाएगा। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से हाल ही में जारी मॉडल टेंडर डोक्यूमेंट में इस बात की जानकारी दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मॉडल टेंडर डॉक्यूमेंट में आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत इलाज संबधी प्रक्रियाओं की सूची और उनके लिए बीमा सुरक्षा राशि की दरों का उल्लेख है।इसके अलावा डॉक्यूमेंट में उन प्रक्रियाओं का भी उल्लेख है।जिनके लिए सरकार की पूर्वअनुमति की आवश्यकता होगी।डॉक्यूमेंट के नियमों व शर्तों के आधार पर ही बीमा कंपनियां योजना का हिस्सा बन सकेंगी।
क्या है मॉडल टेंडर डॉक्यूमेंट
दरअसल मॉडल टेंडर डॉक्यूमेंट ऐसा दस्तावेज होता है, जिसमें किसी काम को ठेके पर करने के संबंध में दिशा-निर्देश व शर्तों का उल्लेख होता है। प्राय: सभी सरकारी विभाग, ठेके पर काम कराने के लिए मॉडल टेंडर डॉक्यूमेंट जारी करते हैं।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा 2018 के बजट में ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना’ Ayushman Bharat -National Health Protection Mission शुरू करने की घोषणा की गई थी। इसे आयुष्मान भारत बीमा योजना भी कहते हैं। इसके तहत देश के सभी गरीब व सुविधाविहीन परिवारों को 5 लाख रुपए तक का सालाना इलाज मुफ्त मिलेगा। फिलहाल देश के लगभग 10.74 करोड़ परिवार इस योजना का लाभ पाने की योग्यता रखते हैं। नोएडा जिले के लोगों में भी इस योजना से काफी उम्मीदें हैं। प्रति परिवार 5 सदस्यों के औसत से लगभग 50 करोड़ लोग सरकार की इस योजना का फायदा ले सकेंगे। फिलहाल देश की लगभग 40 प्रतिशत आबादी इस योजना के दायरे में आती है।
दो चरणों में लागू होनी है आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना के प्रथम चरण के तहत देश भर में 1.5 लाख स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र (Health And Wellness Centers) स्थापित किए जाने हैं। इनमें प्राथमिक स्तर की साधारण बीमारियों का इलाज कराया जा सकेगा। ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना’ योजना के दूसरे चरण में आयुष्मान भारत बीमा योजना (National Health Protection Mission) को लागू किया जाना है। 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने बताया है कि आयुष्मान योजना की Launch Date 25 सितंबर 2018 होगी। हाल ही में सरकार ने योजना के तहत बीमारियों के इलाज पर खर्चों के रेट भी जारी कर दिए हैं।
योजना से मिलेंगे ये लाभ
1.देश के अंदर कहीं भी एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में इलाज के लिए ट्रांसफर कराने की भी सुविधा होगी।
2.सभी बीमारियों व शारीरिक समस्याओं के इलाज के पैकेज रेट भी सरकार की ओर से पहले ही तय कर दिए गए हैं।
3.लगभग सभी द्वितीयक श्रेणी (Serious) की बीमारियों और प्रमुख तृतीयक श्रेणी (Highly Serious) की बीमारियों को शामिल किया गया है।
4.प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए सभी प्रकार के भुगतान कैशलेस यानी की डिजिटल मोड से ही किए जाएंगे।
5.सरकार की ओर से हर लाभार्थी परिवार का सालाना 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कराया जाएगा,
6.लाभार्थियों का निर्धारण नवीनतम सामाजिक व आर्थिक जनगणना (Socio-Economic Caste Census (SECC) के आंकड़ों के आधार पर किया जाएगा।
7.परिवार चाहे जितना बड़ा हो, उसका हर सदस्य (चाहे किसी भी उम्र का हो) ‘आयुष्मान भारत बीमा योजना’ का लाभ पा सकेगा
8.केंद्र सरकार की ओर से पहले से चल रही दो स्वास्थ्य बीमा योजनाओं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योाजना को भी आयुष्मान भारत बीमा योजना में मिला दिया गया है। नई योजना का पूरा नाम आयुष्मान भारत Ayushman Bharat National Health Protection Mission रखा गया है।
Published on:
16 Aug 2018 07:49 pm
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