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दरअसल तीन महीने पहले एसएससी की ओर से करवाए जाने वाले संयुक्त स्नातक स्तर (टायर-2) की परीक्षा में कथित तौर पर पेपर लीक हो गया था। 17-22 फरवरी के बीच संयुक्त स्नातक स्तर के कथित पेपर लीक की वजह से काफी विरोध प्रदर्शन हुआ था। जिसकी वजह से मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की गई थी। छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए।
दरअसल तीन महीने पहले एसएससी की ओर से करवाए जाने वाले संयुक्त स्नातक स्तर (टायर-2) की परीक्षा में कथित तौर पर पेपर लीक हो गया था। 17-22 फरवरी के बीच संयुक्त स्नातक स्तर के कथित पेपर लीक की वजह से काफी विरोध प्रदर्शन हुआ था। जिसकी वजह से मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की गई थी। छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए।
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इसके बाद एसएससी ने फैसला लिया कि जबतक जांच एंजेसी अपनी जांच को पूरा नहीं कर लेती परिणाम घोषित नहीं किए जाएंगे। लगभग 30.26 लाख उम्मीदवारों ने विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों की 8 हजार भर्तियों के लिए परीक्षा दी थी। जहां 15.43 लाख बच्चों ने अगस्त 2017 को टायर-1 की परीक्षा दी थी। जिनमें से 1.89 लाख उम्मीदवारों को चुना गया था। इन उम्मीदवारों को टायर-2 की परीक्षा देनी थी। इनमें से भी 1.41 लाख उम्मीदवारों ने 68 देशों के 206 स्थलों पर जाकर परीक्षा दी थी। लेकिन परीक्षा के बाद पेपर का स्क्रीन शॉट लेकर इसे लीक करने का मामला सामने आया। परीक्षार्थियों ने बताया कि लीक स्क्रीन शॉट और पेपर में कोई अंतर नहीं था।
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