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मण्डल के अधीन तृतीय श्रेणी से द्वितीय श्रेणी अध्यापकों की अभी हाल ही में हुई वर्ष 2016-17 की पदोन्नतियों में एेसे शिक्षकों के नाम फिर से शाामिल कर दिए गए हैं, जिनका पूर्व की डीपीसी मंे चयन हो चुका है तथा उन्होंने अपने पदस्थापित स्थान पर कार्यग्रहण भी कर लिया है। इसके अलावा कई शिक्षकों के स्नातक विषय के अलावा अन्य विषयों में चयन कर दिया गया है। मण्डल उपनिदेशक द्वारा वर्ष 2016-17 की डीपीसी में चयनित कई शिक्षकों के स्नातक में हिन्दी व इतिहास, राजनीति विज्ञान विषय होने पर उनका चयन बिना विकल्प लिए विभाग ने एक विषय में कर दिया है जबकि शिक्षक नेताओं का कहना है कि विभाग को इन चयनित होने वाले संभावित शिक्षकों से विषय के लिए विकल्प लेने थे, अथवा इनके जितने विषयों में उनका चयन हो सकता है। उन सभी में चयन किया जाना चाहिए। जैसे ही मण्डल स्तर पर पदोन्नत होने वाली विषयवार सूचियों का प्रकाशन हुआ, उसके साथ ही एेसे शिक्षक इच्छित विषय में चयन नहीं होकर अन्य विषय मे पदोन्नति होने की शिकायतें कर रहे हैं।
इनका कहना है
&काउंसलिंग में शामिल होने वाले पदोन्नत शिक्षकों की स्नातक की अंकतालिकाएं साथ मंगवाई जाए। इससे मिलान होने पर ही संबंधित विषय की काउंसल्ंिाग में शािमल किया जाए। जिससे अपात्र की त्रुटि सुधार व पात्र शिक्षकों को लाभ मिल सकेगा।
महेन्द्र पाण्डे, प्रदेश महामंत्री, राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
Published on:
20 Nov 2016 01:27 am
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