
बड़े शहर में कटेंगे 4 लाख 40 हजार से ज्यादा मतदाताओं के नाम।(Photo: IANS)
SIR Update: विशेष संघन पुनरीक्षण (SIR) के तहत मतदाता सूची की गणना पूरी कर ली गई है। 26 दिसंबर को जारी SIR स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार, गौतमबुद्ध नगर जिले में मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर बदलाव सामने आए हैं।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, जिले में कुल 18 लाख 65 हजार 673 मतदाता दर्ज हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में मतदाताओं का डिजिटलीकरण, मैपिंग और सत्यापन किया गया है, जबकि लाखों मतदाता नो मैपिंग और ASD (अब्सेंट, शिफ्टेड, डुप्लीकेट) श्रेणी में पाए गए हैं। जिले की 3 विधानसभा सीट, 61 नोएडा, 62 दादरी और 63 जेवर, में मतदाता आंकड़ों का विस्तृत विश्लेषण किया गया है।
नोएडा विधानसभा क्षेत्र (Noida Assembly Constituency) में कुल 7,71,082 मतदाता हैं, जिनमें से 5,61,764 मतदाता (72.85 फीसदी) के इलेक्टोरल फॉर्म डिजिटाइज किए जा चुके हैं। वहीं दादरी सीट पर कुल 7,26,828 मतदाताओं में से 5,62,435 (77.38 फीसदी) और जेवर में 3,67,763 मतदाताओं में से 2,93,470 (79.8 फीसदी) का डिजिटलीकरण पूर्ण हो चुका है।
मैपिंग की स्थिति की बात करें तो जिले में कुल 12,33,316 मतदाताओं (66.11 फीसदी) की मैपिंग की गई है। वहीं, 1,83,067 से ज्यादा मतदाता (लगभग 9.81 फीसदी) ऐसे पाए गए हैं, जो नो मैपिंग श्रेणी में शामिल हैं। अकेले नोएडा विधानसभा क्षेत्र में 59,139, दादरी में 1,01,877 और जेवर में 22,051 मतदाता नो मैपिंग की श्रेणी में दर्ज हुए हैं। जिला प्रशासन अब इन मतदाताओं को लेकर सख्त कदम उठाने जा रहा है।
प्रशासन ने ये स्पष्ट किया गया है कि नो मैपिंग श्रेणी में शामिल 1 लाख 80 हजार से ज्यादा मतदाताओं को नोटिस भेजे जाएंगे। इन मतदाताओं को अपनी पात्रता और पहचान से जुड़े दस्तावेज जमा करने होंगे। इसके लिए 31 दिसंबर 2025 से 30 जनवरी 2026 तक का समय निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, जिले में बड़ी संख्या में मतदाता ASD श्रेणी में भी पाए गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर में कुल 4 लाख 48 हजार 15 मतदाता, यानी करीब 24.01 फीसदी ASD श्रेणी में दर्ज हैं। इनमें नोएडा में 2,09,320, दादरी में 1,64,395 और जेवर में 74,300 मतदाता शामिल हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार SIR प्रक्रिया के तहत करीब 4 लाख 40 हजार मतदाताओं के नाम सूची से काटे गए हैं।
ऐसे मतदाता 31 दिसंबर 2025 को प्रकाशित होने वाली अंतिम वोटर लिस्ट में शामिल नहीं होंगे, जब तक कि वे तय समयसीमा में आवश्यक दस्तावेज जमा कर सत्यापन पूरा नहीं कराते। जिला प्रशासन का कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को त्रुटिरहित, पारदर्शी बनाना है। जिससे आगामी चुनावों में केवल पात्र मतदाता ही मतदान कर सकें।
Published on:
27 Dec 2025 03:17 pm
बड़ी खबरें
View Allनोएडा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
