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इन किसानों को सालों पहले जमीन बेचने के बावजूद योगी सरकार देगी इतना पैसा

locationनोएडाPublished: Aug 12, 2018 01:08:15 pm

Submitted by:

Nitin Sharma

लाखों से लेकर करोड़ में हो सकती है कीमत

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इन किसानों को सालों पहले जमीन बेचने के बावजूद योगी सरकार देगी इतना पैसा

ग्रेटर नोएडा।यूपी के इस जिले में क्षेत्रफल अनुसार बनने जा रहे देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट के आसपास स्थित गांव वालों द्वारा अपनी जमीन बेचे जाने के बावजूद योगी सरकार उन्हें रुपया देगी।यह रुपया उन्हें जमीन की कीमत का ४० प्रतिशत मिलेगा।हालांकि इससे जमीन खरीदकर मालिकाना हक पाने वाले शख्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है।हम बात कर रहे है यूपी के गौतमबुद्ध नगर जिले में स्थित जेवर में बनने जा रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट की।जिसको लेकर सरकार ने पूरी तैयार कर ली है।इतना ही नहीं अक्टूबर माह में यहां एयरपोर्ट बनाने काम शुरू कर दिया जाएंगा।इसके लिए पहले चरण में जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है।

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बैठक में अधिकारियों ने किया दावा, किसानाें की होगी मौज

जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण और किसानों को विस्थापित करने को लेकर शुक्रवार को यमुना प्राधिकरण समेत सोशल असेस्मेंट इंपेक्ट (एसआईए) कमिटी की मीटिंग हुर्इ है। जहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसलों पर अंतिम मुहर लगाकर शासन को भेज दिया गया है। इस बैठक में फैसला लिया गया है कि एयरपोर्ट में आने वाली जमीन को जिन किसानों ने दूसरे को बेच दिया है। उन्हें भी अधिग्रहण के समय रुपया दिया जाएंगा। यह रुपया जमीन की कीमत का कुल ४० प्रतिशत होगा। वहीं उक्त जमीन को खरीदने वाले बाहरी शख्स को मुआवजे के रूप में जमीन की कीमत का सिर्फ 60 प्रतिशत हिस्सा दिया जाएगा।

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पहले चरण में इन गांवों की जमीनों होगा अधिग्रहण

इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए पहले चरण में जेवर क्षेत्र के बनवारीबास, मुकीमपुर-शिवारा, रनहेरा, रोही, पारोही,रामनेर,दयानतपुर आैर किशोरपुर गांव की 1441 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जानी है। इन गांवों में 60 प्रतिशत जमीन बाहरी लोगों ने किसानों से खरीद ली है।इनमें कई राज्यों के नेता, अधिकारी और कारोबारी शामिल हैं।यमुना अथॉरिटी के लैंड विभाग ने जेवर सब रजिस्ट्रार और तहसील से बैनामे और गांवों की खसरा-खतौनी मंगाकर मूल और बाहरी किसानों की छंटनी शुरू कर दी है। पहले चरण में आने वाले 8 गांवों में से 6 गांवों में बसे लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। एयरपोर्ट के नजदीक अलग से गांव विकसित किया जाएगा।

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