
73 बूथों पर पुनर्मतदान की घोषणा के बाद अखिलेश यादव ने कर दी ऐसी मांग कि मच गई खलबली
सहारनपुर. कैराना लोकसभा उपचुनाव के लिए हुई वोटिंग के दौरान बड़े पैमाने पर ईवीएम खराब होने के बाद राजनीतिक दलों की शिकायत पर 73 बूथों पर चुनाव आयोग ने पुनर्मतदान करनाे की घोषणा कर दी है। इन बुथों पर 30 मई यानी बुधवार को सुबह 7 बजे से फिर सो वोटिंग होगी। लेकिन इस फैसले से भी चुनाव आयोग की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईवीएम से छेड़छाड़ और खराबी को देखते हुए बैलेट पेपर से वोट कराने की मांग की है। ईवीएम खराब होने की खबर के बाद चुनाव आयोग की ओर से गर्मी की वजह से मशीनों में दिक्कत आने वाले बयान पर अखिलेश यादव ने ट्वीटकर लिखा कि आज कहा जा रहा है कि गर्मी के कारण EVM मशीन काम नहीं कर रही है, कल कहेंगे बारिश और ठंड की वजह से ऐसा हो रहा है। कुछ लोग जनता को लाइन में खड़ा रखकर अपनी सत्ता की हनक दिखाना चाहते हैं। हम पेपर बैलेट वोटिंग की मांग को एक बार फिर दोहराते हैं।
इसके बाद एक और ट्वीट में लिखा कि सुना है उपचुनावों में EVM ख़ास तौर पर गुजरात से मँगाए गए थे। लगता है सूरत अब सिर्फ़ कपड़े बनाने का ही नहीं, सरकार बनाने का भी काम करने लगा है।
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले यानी मतदान वाले दिन सोमवार को भी आवीएम खराब होने की सूचना मिलने के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीटकर अपनी चिंता जाहिर की थी। उन्होंने लिखा था कि हज़ारों EVM में ख़राबी की शिकायतें आ रही है। किसान, मज़दूर, महिलाएँ व नौजवान भरी धूप में अपनी बारी के इंतज़ार में भूखे-प्यासे खड़े हैं। ये तकनीकी ख़राबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साज़िश। इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जायेगी।
इसके बाद सपा-रालोद की प्रयाशी सबस्सुम हसन ने भी चुनाव आयोग से ईवीएम खराब होने की लीखित सिकायत की थी। इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने भी चुनाव आयोग से ईवीएम खराब होने की शिकायत की थी। जिस पर एक्शन लेते हुए चुनाव आयोग ने 73 बुथों पर फिर मतदान कराने का ऐलान किया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के कैराना और नूरपुर उपचुनाव में हुई ईवीएम की खराबी के बाद काफी बवाल मचा था। इसको लेकर सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्षी दलों ने भी कई जगह पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी। इस पर बिजनौर, शामली और सहारनपुर के डीएम ने अपनी रिपोर्ट भी चुनाव आयोग को भेज दी थी। इन रिपोर्टों के आधार पर मंगलवार को चुनाव आयोग ने घाषणा की कि कैरान लोकसभा क्षेत्र के 73 बूथों पर पुनर्मतदान कराया जाएगा। यह री-पोलिंग बुधवार को सुबह 7 बजे से होगी। वहीं, 31 मई को मतों की गणना की जाएगी, जिसके बाद विजेता का पता चलेगा।
कैराना और नूरपुर उपचुनाव के लिए हुई थी वोटिंग
सोमवार को कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानासभा सीट को लेकर उपचुनाव हुआ था। इसमें दोनों ही क्षेत्रों में कई जगह ईवीएम खराब होने के बाद हंगामा भी हुआ था। विपक्षी दलों ने इसे मुद्दा बनाते हुए चुनाव आयोग से पुनर्मतदान की मांग की थी। कैराना से भाजपा उम्मीदवार मृगांका सिंह और रालोद प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने भी इसको लेकर शिकायत की थी। उनका कहना था कि ईवीएम खराब होने की वजह से कई वोटर बिना मतदान करे ही वापस लौट गए।
चुनाव आयोग को भेजी थी रिपोर्ट
शामली और सहारनपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी थी। डीएम पीके पांडे का कहना है कि उन्होंने सहारनपुर में 68 बूथों पर रि-पोलिंग की रिपोर्ट भेजी गई थी। इनमें 45 गंगोह और 23 नकुड़ के हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चुनाव आयोग ने कैराना के 73 बूथों पर पुनर्मतदान के लिए कहा है। इनमें नकुड़ के 23, गंगोह के 45, थाना भवन का एक और शामली के चार बूथ शामिल हैं। इन बूथों पर बुधवार सुबह 7 बजे से पुनर्मतदान होगा।
बिजनौर के डीएम ने भेजी थी यह रिपोर्ट
वहीं, बिजनौर के डीएम अटल कुमार रॉय ने नूरपुर की रिपोर्ट वहां सब ठीक बताया था। उनका कहना था कि जिला प्रशासन को करीब 55 मशीनें खराब होने की सूचना मिली थी, जिन्हें ठीक कराकर मतदान दोबारा शुरू करा दिया गया था।
कई जगह मिली थी ईवीएम खराब होने की शिकायत
आपको बता दें कि उपचुनाव के दौरान कैराना लोकसभा क्षेत्र में कई जगह ईवीएम खरब होने की शिकायत मिली थी। इसकी वजह से कुछ बूथों पर वोटिंग रोकनी पड़ी थी। विपक्षी दलों के आरोप पर चुनाव आयोग ने ईवीएम खराब होने के पीछे गर्मी को कारण बताया था।
Published on:
29 May 2018 03:46 pm
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