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चंद्रग्रहण की शुरुआत चंद्रमा के उदय के साथ रात 11 बजकर 54 मिनट से होगी। ग्रहण का मध्यकाल रात 1 बजकर 54 मिनट पर होगा और ग्रहण की समाप्ति 3 बजकर 49 मिनट पर होगी। इस तरह ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 55 मिनट की होगी। हिंदू शास्त्रों के मुताबिक किसी भी प्रकार का चंद्र ग्रहण कभी भी किसी रूप में शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण का प्रकोप किसी भी व्यक्ति पर पूरे 108 दिनों तक बना रहता है।
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विदेशों में भी दिखेगा यह चंद्रग्रहण
खास बात यह है कि यह चंद्रग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अफ्रीका, यूरोपीय देशों व अंटार्कटिका में भी देखा जा सकेगा। इसलिए इसे खास माना जा रहा है।
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इसलिए खास है ये
शास्त्रों के मुताबिक इस ग्रहण के बाद साल 2099 तक दोबारा इतना लंबा चंद्रग्रहण नहीं दिखेगा।
यह चंद्रग्रहण ग्रहण करीब 4 घंटे तक चलेगा ।
इस चंद्रग्रहण की शुरुआत रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगी और 3 बजकर 55 मिनट पर यह खत्म होगा।
इस चंद्र ग्रहण के दौरान चांद का रंग एकदम लाल हो जाएगा।
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चंद्रग्रहण के दौरान करें ये काम
1.चंद्रग्रहण के दौरान कच्ची सब्जियां और फल पूरी तरह से खाए जा सकते हैं, क्योंकि उनमें किसी प्रकार के कोई बदलाव देखने को नहीं मिलते।
2.घर में रखे हुए पानी में कुशा डाल देनी चाहिए, इससे पानी दूषित नहीं होता है।
3.चंद्रग्रहण के बाद गंगा स्नान कर यथा शक्ति दान देना शुभ माना जाता है।
4.चन्द्रग्रहण के समय संयम रखकर मंत्रोच्चार करने से कई गुना फल होता है।
5.ग्रहण खत्म होने पर सूर्य या चन्द्र, जिसका ग्रहण हो उसका शुद्ध बिम्ब देखकर भोजन करना चाहिए।
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ग्रहण के दौरान न करें ये काम
1.ग्रहण के दौरान सिर पर तेल लगाना, खाना खाना और बनाना, वर्जित होता है। माना जाता है पका हुआ खाद्य पदार्थ ग्रहण लगने पर पूरी तरह से अशुद्ध हो जाता है।
2.ऐसी मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान वायुमंडल में बैक्टीरिया और संक्रमण का प्रकोप तेजी से बढ़ जाता है। ऐसे में भोजन करने से संक्रमण अधिक होने की आशंका रहती है। इसलिए ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए।
3.ग्रहण के समय पति और पत्नी को शारीरिक संबंध किसी भी कीमत पर नहीं बनाना चाहिए। इस दौरान यदि गर्भ ठहर गया तो संतान विकलांग या मानसिक रूप से विक्षिप्त हो सकती है।
4.ग्रहण के समय कोई भी शुभ व नया काम शुरू नहीं करना चाहिए।