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लोकसभा चुनाव से पहले मायावती को लगेगा बड़ा झटका, यह बड़ा मुस्लिम नेता छोड़ सकता है साथ

बहुजन समाज पार्टी के पूर्व कद्दावर नेता और बसपा सुप्रीमो मायावती के खास रह चुके जल्‍द ही थाम सकते हैं कांग्रेस का दामन

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mayawati passes through political crises to go Rajya Sabha

नोएडा। बहुजन समाज पार्टी के पूर्व कद्दावर नेता और बसपा सुप्रीमो मायावती के खास रह चुके जल्‍द ही कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि वह 22 फरवरी को कांग्रेस पार्टी ज्‍वाइन कर सकते हैं। उनके बेटे अफजल सिद्दीकी ने इस खबर की पु‍ष्‍टी भी की। दावा किया जा रहा है क‍ि नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ बसपा के पूर्व नेता अतीक सैफी, बसपा के टिकट पर पिछला विधानसभा चुनाव लड़ चुके नवाब काजिम अली और मेरठ, सहारनपुर व अमरोहा के कई बड़े मुस्लिम नेता कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।

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स्‍वार से विधायक रह चुके हैं नवाब काजिम अली

बताया जा रहा है कि स्‍वार से विधायक रह चुके नवाब काजिम अली भी बसपा का दामन छोड़ सकते हैं। कुछ समय पहले नसीमुद्दीन सिद्दीकी उनके घर पर भी आए थे। इस तरह से नवाब काजिम अली की घर वापसी भी होगी क्‍योंकि उन्‍होंने 2012 में स्‍वार से विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर ही जीता था। इसके बाद वह दल बदलते रहे और बसपा व सपा का सफर करते हुए फिर से बसपा के टिकट पर 2017 का चुनाव मैदान में उतरे। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में उन्‍हें आजम खान के बेटे अब्‍दुल्‍ला आजम से शिकस्‍त खानी पड़ी। वहीं, अतीक सैफी भी पिछले चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। जानकारों का मानना है कि इससे अगले लोकसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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राहुल गांधी से मुलाकात का किया दावा

कुछ समय पहले नसीमुद्दीन के करीबियों ने भी दावा किया था कि उनकी मुलाकात कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी से हो चुकी है। उन्‍हें पिछले साल बसपा से निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्‍होंने ‘राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा’ संगठन बनाने की घोषणा भी की थी। वहीं, कई बार सिद्दीकी के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की भी चर्चा चली, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उधर, कांग्रेस के बड़े नेता का कहना है क‍ि सिद्दीकी का बसपा में बड़ा नेटवर्क है। खासकर मुस्लिमों में। उनके आने से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।