20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Driving licence का एक नवंबर से बदल रहा यह नियम, जारी हुई गाइडलाइन

Highlights . लाइसेंस वापस लखनऊ लौट जाने पर आवेदकों को उठानी पड़ती हैं बड़ी दिक्कत. अब लाइसेंस मिलना होगा आसान . विभागीय अधिकारियों ने की तैयारी  

2 min read
Google source verification
drving.jpg

नोएडा. New Driving licence बनवाने वालों के लिए अच्छी खबर हैं। एक नवंबर से परिवहन विभाग (Transport department) बड़ा बदलाव करने जा रहा है। लखनऊ वापस लौटने जाने वाले DL अब आसानी से मिल जाएंगे। घर बंद मिलने की वजह से अभी तक लाइसेंस (licence) वापस लखनऊ लौट जाया करते थे। इसकी वजह से लोगों को ARTO दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते थे। साथ ही लाइसेंस को लखनऊ से मंगवाना पड़ता था। लेेकिन, अब लाइसेेंस एआरटीओ दफ्तर (Arto office) से ही मिल जाया करेंगे।

यह भी पढ़ें: पुलिसकर्मी के बेटे ने बुजुर्ग दंपति के साथ की हाथापाई, सीएम से लगाई गुहार

प्रदेश भर में Driving licence लखनऊ में प्रिंट होते हैं। यहीं से ही हर जिले के आवेदकों के घर के पते पर प्रिंट हुए ड्राइविंग लाइसेंस को भेजा जाता है। कई बार डाक विभाग के कर्मचारियों को घर पर कोई न मिलने की वजह से DL नहीं मिल पाते थे। या फिर मकानों का ताला लगता मिलता। कई बार अन्य खामी के चलते आवेदक को उनका ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिल पाता था। बताया गया है कि हर माह सैकड़ों लोगों को लाइसेंस नहीं मिल पा रहे थे।

गौतमबुद्ध नगर जिले से रोजाना करीब 250 से 350 तक लर्निंग और नवीनीकरण लाइसेंस के लिए आवेदन किए जाते हैं। कई बार घर बंद मिलने की वजह से लाइसेंस वापस लौट जाया करता था। गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़ और गौतमबुद्ध नगर के लोगों को अब एआरटीओ दफ्तर से ही लाइसेंस मिल जाएंगे। इन्हें जिलों के लोगों को अपने लाइसेंस गाजियाबाद से लेने होंगे। दरअसल, एक आरटीओ दफ्तर से चार-चार जिले जुड़े हुए है। अधिकारियों ने बताया कि जो लाइसेंस लखनउ वापस पहुंच जाते हैं, उन्हें हर सप्ताह जिले वार आरटीओ दफ्तर भेज दिया जाएगा। आरटीओ दफ्तर से जितने जिले जुड़े हुए है, वहां के आवेदकों को लाइसेंस मिल जाएंगे। इसके लिए आवेदकों को अपना आधार कार्ड व कोई अन्य परिचय पत्र दिखाना होगा।

यह भी पढ़ें: Video: Diwali पर पटाखे जलाने का ऐसा नजारा नहीं देखा होगा कभी, कार में फूट रहे थे 'बम'

परिवहन आयुक्त मेरठ संजय माथुर ने बताया कि कहना है कि जिलों से किसी न किसी वजह से लाइसेंस वापस लौट जाते है। अब ऐसे लाइसेंस मेरठ और गाजियाबाद से मिलेंगे। क्योकि एक-एक आरटीओ दफ्तर से 4-4 जिले जुड़े है।