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सेना के फर्जी पेंशनर कागज बनाने वाले गिराेह के तीन सदस्य गिरफ्तार, विदेशों तक जुड़े हैं तार 26 जनवरी से पहले नोएडा में दो स्थानों पर बम की फर्जी सूचना से अफरा-तफरी का माहौल बनाने का प्रयास किया गया है। बता दें कि गुरुवार को किसी ने नोएडा सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल के रिसेप्शन पर फोन कर बेसमेंट में बम फिट होने की जानकारी दी थी। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर पुलिस को दी। सूचना के मात्र 10 मिनट के भीतर पुलिस, फायर ब्रिगेड, डॉग स्क्वायड और एन्टी बम स्कवॉयड मौके पर पहुंची। इस दौरान तमाम ओपीडी बंद कर दी गई। अस्पताल में बम की सूचना मिलने के बाद करीब 2 घंटे तक हड़कंप मचता रहा। पूरी छानबीन के बाद पुलिस ने घोषणा कि ‘ऑल इज वेल, बेसमेंट में नहीं मिला बम।’ सभी को तसल्ली हुई और पुलिस ने भी राहत महसूस की। एडीसीपी नोएडा ज़ोन-1 रणविजय सिंह ने बताया कि ये एक हाक्स कॉल थी, जो किसी ने शरारत के चलते की थी। पुलिस ने हाक्स कॉलर की तलाश कर रही है।
कैलाश अस्पताल में बम होने की फर्जी सूचना को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि किसी ने शुक्रवार सुबह नोएडा फेज-3 थाना क्षेत्र के छिजारसी चौराहे पर सड़क के बीचोंबीच बमनुमा वस्तु रख दी। यह देखते ही लोगों के होश उड़ गए। लोागों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत सड़क को दोनों तरफ से बंद कराते हुए वाहनों की आवाजाही रोक दी। इसी बीच सूचना मिलते ही मौके पर बम निरोधक दस्ता और पुलिस के आलाधिकारी पहुंच गए। जब जांच की गई तो वह असली बम नहीं था। मौके पर पहुंचे सीपी आलोक सिंह ने बताया कि किसी शरारती तत्व ने बम जैसी दिखने वाली कोई चीज़ बनाने की कोशिश की थी। इसमें कोई डेटोनेटर या कोई एक्सप्लोसन नहीं था।