उन्होंने कहा कि वह बलूचिस्तान की आजादी के लिए दुनिया में अलग-अलग जगहों पर रह रहे बलूचिस्तानियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में वह भारत में उन सभी स्थानों पर जा रहे हैं, जहां उनके पूर्वजों के वंशज रहते हैं। मजदक दिलशाद के मुताबिक बलूचों पर जुल्म हो रहे हैं। दुनिया को अपने ऊपर हो रहे जुल्मों का सच बताने के लिए हम यहां आए हैं। पाकिस्तानी सेना और आईएसआई मिलकर हमारी नस्ल को खत्म कर रहे हैं। उनके साथ चाइना भी है। हमें गैस, बिजली, पानी नहीं दी जाती यह जुल्म 1948 से सहते आ रहे हैं, लेकिन अब जुल्म नहीं सहेेंगे।