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‘मोदी हैं दुनिया के सबसे ताकतवर नेता, मिल सकती है हमें आजादी’

बागपत पहुंचे बलोच नेता मजदक दिलशाद ने कहा पाकिस्तानी सेना हमारी नस्ल खत्म कर देना चाहती है

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Rajkumar Pal

Sep 26, 2016

pm modi

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नोएडा। हाल ही में वेस्ट यूपी के बागपत जिले में पहुंचे बलोच नेता मजदक दिलशाद ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया में आतंक फैला रहा है। कई बार सुबूत ना होने से वो बच जाता है। लेकिन आतंक और आतंकवाद का खात्मा जल्द ही हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना उन पर जुल्म कर रही है। सेना हमारी नस्ल खत्म कर देना चाहती है। अगर भारत हमारा साथ दें तो बलूचिस्तान की आजादी की लड़ाई को काफी मदद मिलेगी औैर बलूचिस्तान भी आजाद हो जाएगा।

सालों से लड़ रहे हैं जंग

मजदक दिलशाद ने कहा कि बलूचिस्तानी पिछले करीब 70 साल से अपनी आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह लड़ाई आजादी मिलने तक जारी रहेगी। उनके पिता ने आजादी की लड़ाई का बीड़ा उठाया था। उनका सपना बलूचिस्तानी जरूर पूरा करेंगे। बता दें कि बिलोचपुरा और तिलपनी में रहने वाले लोगों के पूर्वज बलूचिस्तान में रहते थे। मुगलकाल में ये बलूचिस्तानी मुगल सेना के तोपची बनकर भारत में आए थे और उसके बाद यहीं बस गए। अंग्रेजों के खिलाफ भी इन बलूचिस्तानियों ने भारतीयों के साथ आंदोलन में हिस्सा लिया।


पाकिस्तान ने किया उरी में हमला

मजदक दिलशाद के अनुसार उरी में हुए सैन्य कैंप पर हमले के पीछे पाकिस्तान का ही हाथ है। पाकिस्तान नहीं चाहता कि दुनिया में शांति कायम रहे, इसलिए वह अपने यहां आतंकी कैंपों का संचालन करता है। उन्होंने कहा कि उरी हमले के बाद पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने आ गया है।

मोदी दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेता

मजदक दिलशाद ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह विश्व में ताकतवर नेता हैं। उन्होंने बलूचिस्तान की आवाज उठाकर दुनिया के सामने उनका दर्द बयां किया। बलूच नेता ने कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा है और रहेगा। पाकिस्तान को मिलने वाली मदद पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। पाकिस्तान को जो आर्थिक मदद मिल रही है, उससे वह हथियार खरीद रहा है। इन हथियारों का इस्तेमाल वह बलूचिस्तानियों पर कर रहा है। मजदक के मुताबिक जल्द ही वह बलूचिस्तान मूल के लोगों के साथ दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास के सामने प्रदर्शन करेंगे।


बलूचों को एक मंच पर लाने की कोशिश

उन्होंने कहा कि वह बलूचिस्तान की आजादी के लिए दुनिया में अलग-अलग जगहों पर रह रहे बलूचिस्तानियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में वह भारत में उन सभी स्थानों पर जा रहे हैं, जहां उनके पूर्वजों के वंशज रहते हैं। मजदक दिलशाद के मुताबिक बलूचों पर जुल्म हो रहे हैं। दुनिया को अपने ऊपर हो रहे जुल्मों का सच बताने के लिए हम यहां आए हैं। पाकिस्तानी सेना और आईएसआई मिलकर हमारी नस्ल को खत्म कर रहे हैं। उनके साथ चाइना भी है। हमें गैस, बिजली, पानी नहीं दी जाती यह जुल्म 1948 से सहते आ रहे हैं, लेकिन अब जुल्म नहीं सहेेंगे।

पिता को कैद में रखा

मजदक दिलशाद ने बताया कि 2006 में बलूच आंदोलन के सर्वोच्च नेता उनके पिता थे। आंदोलन के दौरान उनके पिता अचानक लापता हो गए। दो साल तक उनका कुछ पता नहीं चला। बाद में जब उन्हें पता चला कि उनके पिता पाकिस्तानी सेना की कैद में है। तब हमनें धरने-प्रदर्शन किए और जुलूस निकाले, उसके बाद सेना ने उन्हें छोड़ा। दो साल तक अपनी कैद में रखने के बाद उनके पिता को एक मरीज बना दिया गया था। कैद में पाकिस्तानी सेना उनके पिता को टॉर्चर करते थे। उन्हें मानसिक और शारीरिक यातनाएं दी जाती थी।

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