पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपियों का नाम हितेश कालरा, अभिषेक जैन और राहुल गुरनानी है। यह तीनों जरूरतमंदों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटेर 4 से 5 गुना ज्यादा कीमत का बेच रहे थे। आरोपी में शामिल हितेश कालरा का ट्रैवलिंग का काम है, जबकि अभिषेक जैन की फैक्ट्री है, तीसरे आरोपी राहुल गुरनानी की दिल्ली में किराना की दुकान है। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि पूछताछ से पता चला है कि तीनों आरोपी कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद से ही कालाबाजारी कर रहे हैं। पहले तो आरोपियों ने सैनिटाइजर के नाम पर लाखों रुपये की कालाबाजारी की। जब मास्क की मांग बढ़ी तो आरोपियों ने इसके नाम पर ठगी का धंधा शुरू कर दिया। अब आरोपी पिछले छह महीने से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के नाम पर कालाबाजारी कर रहे थे।
रणविजय सिंह ने बताया कि पूछताछ में यह सामने आया कि आरोपी एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 4 से 5 गुना की ज्यादा कीमत वसूल रहे थे। पुलिस ने खुद ग्राहक बन कर 1लाख 65 हज़ार में एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदा, जबकि उसका बाजार मूल्य 31 हजार था। पुलिस ने आरोपियों के पास से बेचे हुए कंसंट्रेटर के 4 रसीद भी बरामद की हैं। आरोपी 15 लोगों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेच कर लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं।