
नोएडा। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR Pollution) में बढ़ते प्रदूषण ने लोगों का सांस लेना दूभर किया हुआ है। वहीं पिछले कुछ दिनों में नोएडा व गाजियाबाद देश के सबसे प्रदूषित शहरों (Most polluted city) में शामिल रहे। वहीं देश से करीब 7 हजार किमी (7000 km) दूर भी दिल्ली-एनसीआर की हवा का असर देखने को मिला। जहां महज एक मिनट में ही लोगों के आंसू निकल आए।
दरअसल, स्पेन के मैड्रिड शहर (Madrid city) में आयोजित यूएन क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस (UN Climate Confrence) में दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण का मुद्दा चल रहा है। इतना ही नहीं, लंदन के आर्टिस्ट माइकल पिंक्स्की (Michael Pinsky) ने यहां पर पॉल्यूशन पॉड्स (Pollution Pods) को बनाया है। जिसके अंदर लोगों को दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषित वातावरण को महसूस कराया जा रहा है। क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में आए लोगों को इन पॉड्स के अंदर जाने को कहा जा रहा है। जिसमें जाने के 1 से 2 मिनट के अंदर ही लोगों की आंखों से पानी निकलने लगता है और सांस लेना मुश्किल हो जाता है। जिससे लोगों का दम घुटने लगाता है।
पर्यावरणविद् विक्रांत तोंगड का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। यूएन के क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में भी इसका जिक्र हो रहा है। वहां माइकल पिंक्स्की द्वारा पोल्यूशन पॉड्स बनाए गए हैं। जिनमें दिल्ली-एनसीआर का माहौल बनाया गया है। इसके लिए पॉड्स के अंदर इथेनॉल छोड़ा गया है। जिससे इसके अंदर जाने वाले लोगों की आंखों में जलन हो रही है उन्हें सांस लेने में पेरशानी होती है। यह इसलिए किया गया है ताकि लोग समझ सकें कि दिल्ली-एनसीआर में लोग इस परिस्थिति में सांस ले रहे हैं और वह स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है।
Updated on:
13 Dec 2019 04:44 pm
Published on:
13 Dec 2019 04:41 pm
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