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देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सस्ते दामों में बेची जा रही जमीन आैर प्लाॅट, ये है वजह

इन गांवों की जमीन पर काटे जा रहे है प्लाॅट लेकिन लेना पड़ सकता है भारी।

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नोएडा

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Nitin Sharma

Jul 05, 2018

jewar airport

देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सस्ते दामों में बेची जा रही जमीन आैर प्लाॅट, जानिए क्यों

नोएडा।पिछले काफी समय से चली आ रही मांग के बाद देश में सबसे बड़े क्षेत्रफल वाले इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सस्ते दामों में जमीन आैर प्लाॅट काटे जा रहे है।इतना ही नहीं कुछ प्राॅपर्टी डीलर एयरपोर्ट की जमीन पर भी प्लाॅट दे रहे है।यह प्लाॅट बेहद सस्ते दामों में बेचे जा रहे है।अगर आप भी इन्हें लेने का मन बना रहे है।तो जरा सावधान हो जाए।इसकी वजह इन जमीनों का प्राधिकरण द्वारा जल्द ही अधिग्रहण किया जाना है।

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इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास बेची जा रही है जमीन

दरअसल यह जमीन आैर प्लाॅट आैर कहीं नहीं बल्कि यूपी के गौतमबुद्धनगर जिले में स्थित जेवर में काटी जा रही है। इसकी वजह यहां पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनने के लिए मंजूरी मिलना है।इसके लिए जमीन से लेकर जगह तक चिन्हीत कर ली गर्इ है।अब यहां सोशल इम्पैक्ट ऐस्सेमेंट का अध्ययन किया जा रहा है। जिसे 20 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा।लेकिन जमीन का अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु होने से पहले ही न सिर्फ जमीन की खरीद फरोख्त हो रही है।बल्कि धड़ल्ले से कालोनी और प्लॉट काटने का काम किया जा रहा है।यह प्लाॅट जेवर के आठ गांव मॉडलपुर, रामनेर,सिवारो,बनवारीवास, दयानतपुर, किशोरपुर,रोही, नाडेड, पारोही की है।इन पर अत्याधुनिक एयरपोर्ट बनाया जाएगा। भूमि अधिग्रहण का काम अगस्त के पहले वीक में शुरू हो जाएगा, पहले चरण में 1,250 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा। साथ ही, आठ गांवों को विस्थापित किया जाएगा। लेकिन इससे पहले ही यहां अवैध रूप से प्लाॅट काटकर बेचे जा रहे है।

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प्राॅपर्टी डीलर से लेकर कर्इ लाेग है अवैध काॅलोनी काटने में शामिल

गांव वाले कहते है की जो लोग जमीन खरीद रहे वे धड़ल्ले से काॅलोनी और प्लॉट काट कर बेचने का काम काम कर रहे।कई प्रॉपटी डीलर पोस्टर भी लगा लोगों को ये अवैध प्लाॅट बेचने का काम कर रहे है। जो भी प्रॉपर्टी बेची जा रही है।वह ज्यादातर सस्ते दामों में है।इसके चलते बिना जानकारी व गरीब लोग इन्हें ले रहे है।वहीं यमुना प्राधिकरण के सीर्इआे अरुणविर सिंह का कहना है की एयरपोर्ट के लिए जो जमीन अधिसूचित है और आरक्षित है उस पर कोई निर्माण नहीं कराया जा सकता है और ऐसे किसी भी निर्माण को ध्वस्त करा दिया जाएगा।