
कहीं इस वजह से तो सुनील राठी ने नहीं की मुन्ना बजरंगी की हत्या
नोएडा। बागपत जेल में पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के कुख्यात सुनील राठी ने माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी। इसके बाद सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिर सुनील राठी की पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी से क्या दुश्मनी थी। इस मामले में सुनील राठी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। एडीजी जेल चंद्रप्रकाश का कहना है कि सोमवार सुबह सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी। उनका कहना यह भी है कि इसकी वजह उनके बीच हुआ झगड़ा है। हालांकि, चर्चा कुछ और भी है।
वारदात के बाद पिस्टल को डाला गटर में
आपको बता दें कि सोमवार सुबह करीब 6 बजे बागपत जेल में माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई। मुन्ना बजरंगी के वकील का कहना है कि उसे दस गोलियां मारी गई हैं। वहीं, एडीजी जेल का कहना है कि वारदात के बाद पिस्टल को गटर में फेंक दिया गया। मुन्ना बजरंगी को रंगदारी के एक मामले में रविवार रात को झांसी से बागपत लाया गया था। बागपत में सोमवार को उसकी पेशी होनी थी लेकिन उससे पहले ही उसकी हत्या हो गई।
सुपारी लेकर हत्या करने की भी चर्चा
इसमें कुख्यात सुनील राठी का नाम सामने आया है। इसके बाद चर्चा यह चल रही है कि सुनील ने सुपारी लेकर मुन्ना बजरंगी की हत्या तो नहीं की। मुन्ना बजरंगी के वकील भी कह रहे हैं कि मुन्ना बजरंगी की हत्या में किसी और का हाथ है। बताया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी के हत्यारोपी सुनील राठी का भाई पूर्वांचल की जेल में बंद है। जेल में उसके साथ अभी हाल में मारपीट की गई थी। कहा जा रहा है कि इस घटना के बाद मुन्ना बजरंगी ने सुनील राठी से पूछा था कि क्या उसने सुपारी ली है।
यह भी हो सकती है वजह
वेस्ट यूपी में खौफ फैलाने के बाद सुनील राठी ने उत्तराखंड की ओर कदम बढ़ाया था। वहां चीनू पंडित से उसकी दुश्मनी भी हुई। रुड़की में वर्चस्व को लेकर सुनील राठी गैंग की चीनू पंडित के गिरोह से भिड़ंत भी हुई थी। इसमें तीन लोग मारे गए थे। बताया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी भी वहां अपना कारोबार फैलाना चाहता था। इससे वह सुनील की आंखों में खटकने लगा था। इसे भी हत्या की एक वजह माना जा रहा है।
Published on:
09 Jul 2018 02:36 pm
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