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UP BUDGET 2018- 2017 तक उत्‍तर प्रदेश पर हो गया 3 लाख करोड़ का कर्ज, सपा सरकार में था इतना

सरकार को गरीबों के स्वास्थ्य और बेरोजगारी की तरफ ध्यान देना चाहिए

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नोएडा। विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। सत्र से पूर्व जिस प्रकार विपक्ष लामबंद हुआ है और बजट सत्र के दौरान जिस तरह से हंगामा किया, उससे उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बजट सत्र में विपक्ष का विरोध झेलना पड़ सकता है। इस सत्र में अगले वित्तीय वर्ष का बजट शुक्रवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश होगा। यह योगी सरकार का दूसरा बजट होगा। विपक्ष अभी से सरकार के इस बजट को महज कोरा आश्वासन करार दे चुका है। सपा और कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि अभी तक सरकार ने पिछले बजट में किए गए वादों को ही पूरा नहीं किया है। कांग्रेस नेता ने तो राज्‍य पर बढ़ रहे कर्ज के आंकड़े भी पेश किए।

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सातवें वेतन आयोग के लिए जारी किए गए थे रुपये

बजट के बारे में सपा सरकार के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर ने कहा कि पिछले साल बजट में सरकार की ओर से फसली ऋण माफ करने के मद में 36,000 करोड़ रुपये और सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए 34,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त संसाधन जुटाने का प्रस्ताव होने की उम्मीद की गई थी, लेकिन अभी तक वहीं पूरी नहीं हो पाई हैं। भाजपा सरकार अपने चुनावी घोषणापत्र में किए गए कुछ अन्य वादों को भी अभी तक पूरा नहीं कर पाई।

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राज्‍य पर बढ़ गया कर्जा

वहीं, जिला कांग्रेस के प्रवक्‍ता और किसान नेता अभिमन्यु त्यागी ने कहा कि पिछले बजट में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2012-13 में जब सपा सत्‍ता में आई थी ताे राज्य का कुल ऋण 2 लाख 25 हजार (2, 25,123) करोड़ रुपये था, जो 2017 में योगी सरकार के आने तक 31 मार्च तक बढ़कर करीब 3 लाख 75 हजार ( 3, 75,049) करोड़ रुपये हो गया था। प्रदेश सरकार अगर कुल ऋण को कम करने में सफल हो गई तो यह उसकी थोड़ी-बहुत उपलब्धी हो सकती है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार 2018-19 के लिए वार्षिक बजट पेश करेगी। सरकार को गरीबों के स्वास्थ्य और बेरोजगारी की तरफ ध्यान देना चाहिए।

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सरकार ने पूरा नहीं किया वादा
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी कहते हैं सरकार ने अभी तक पिछले बजट का ही वादा पूरा नहीं किया। व्यापारियों को पूर्ण सुरक्षा का वादा और गरीबों को निशुल्क दवाइयों की पूर्ति का वादा किया गया था, लेकिन सरकारी अस्पतालों में अब भी गरीबों को बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है। प्रदेश में सड़कें बेहाल हैं, जबकि भाजपा ने वादा किया था कि सत्ता में आते ही सड़कों की हालत में सुधार होगा। कल के बजट से प्रदेश की जनता को उम्मीद तो बहुत है। देखे योगी जी कैसा बजट लेकर आते हैं।