
नोएडा। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का दूसरा बजट शुक्रवार को पेश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि बजट पेश होने के ठीक पहले कैबिनेट मीटिंग बुलाई गई। इतना ही नहीं भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया गया। इस बार वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल प्रदेश के लिए 4 लाख 28 हजार 384 करोड़ रुपये का बजट पेश कर रहे हैं। इससे पहले पिछले वित्तीय वर्ष में उन्होंने 3.84 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था।
गोविन्द बल्लभ पंत ने पेश किया था पहला बजट
अब हम आपको बजट के बारे में कुछ ऐसी बातें बताते हैं, जो शायद हीे आपको पता हों। उत्तर प्रदेश का पहला बजट राज्य के पहले मुख्यमंत्री गोविन्द बल्लभ पंत ने 14 मार्च 1952 को पेश किया था। उस समय का बजट कृषि आधारित था। पिछले वित्तीय वर्ष में योगी सरकार का पहला बजट भी किसानों पर केंद्रित था।
कहां से आया बजट शब्द
बजट शब्द लैटिन वर्ड्स है। यह लैटिन शब्द बुल्गा से लिया गया है। इसका मतलब होता है चमड़े का थैला। बुल्गा से फ्रांसीसी शब्द बोऊगेट बना। इसके बाद अंग्रेजी शब्द बोगेट सामने आया और इससे बना बजट शब्द।
भारत का पहला बजट 1860 में हुआ था पेश
भारत देश का पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को ब्रिटिश सरकार के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने पेश किया था। 1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ तो इसकी जिम्मेदारी वित्तमंत्री आरके षणमुखम शेट्टी के कंधों पर आई। उन्होंने 26 नवंबर 1947 को बजट पेश किया। हालांकि, इसमें 15 अगस्त 1947 से लेकर 31 मार्च 1948 के अंतराल को ही शामिल किया गया था। भारत में गणतंत्र की स्थापना होने के बाद यह सौभाग्य जान मथाई को मिला। उन्होंने भारतीय गणतंत्र की स्थापना के बाद 28 फरवरी 1950 को बजट पेश किया था। इसमें योजना आयोग की स्थापना का जिक्र था। वहीं, 1955-56 से बजट पेपर हिंदी में तैयार किए जाने लगे थे।
Published on:
16 Feb 2018 01:15 pm
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