15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

योगी राज में महिला अध्यापक ने की नकल रोकने की कोशिश तो प्रिंसिपल ने की गंदी हरकत करने की कोशिश, देखें वीडियो

नकल का विरोध करने पर महिला अध्यापक के साथ 'गन्दी हरकत', मामला दर्ज

2 min read
Google source verification

image

lokesh verma

Jul 21, 2017

noida

noida

बागपत.
यूपी की परीक्षाओं में होने वाली नकल की तस्वीरें हमेशा सरकार को शर्मसार करने वाली रही हैं. यही कारण है कि योगी सरकार ने राज्य में नकल रोकने के लिए विशेष मुहिम चला रखी है. लेकिन फिलहाल उसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है और कई बड़े संस्थानों में अभी भी पैसे लेकर छात्रों को नकल करवाई जा रही है.


ताजा मामला बागपत के खेकड़ा क्षेत्र में सामने आया है. यहां के आईटीआई प्रशिक्षण संस्थान में इस समय प्रायोगिक परीक्षाएं चल रही हैं. परीक्षा में धड़ल्ले से नकल हो रही है. नकल रोकने वाले ही यहां पर नकल करवाने में व्यस्त हैं और किसी अधिकारी को इसके बारे में कोई खबर नहीं है.


जो जानकारी इस संस्थान के बारे में मिली है उसके मुताबिक़ प्रैक्टिकल के नाम पर इस संस्थान के बच्चों से जमकर पैसे की वसूली की गयी है और संस्थान खुद ही बच्चों से नकल करवा रहा है इसलिए उसे रोकना किसी के लिए भी नामुमकिन हो गया है. परीक्षा के दौरान मोबाइल कैमरे से बनाये गए एक वीडियो से यह साफ़ हो रहा है कि इस संस्थान में सभी बच्चे एक साथ बैठकर परीक्षा दे रहे हैं और आपस में खूब बातचीत कर रहे हैं. लगभग हर छात्र अपने पास मोबाइल रखे हुए है और वे मोबाइल में देख-देखकर अपने उत्तर लिख रहे हैं.


विरोध करने की सजा शर्मनाक


हलांकि इसी संस्थान के कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं जो इस नकल के विरोध में आवाज उठाना चाहते हैं. लेकिन जैसे ही इन अध्यापकों ने नकल का विरोध करने की कोशिश की, उनसे मारपीट की गयी. उन्हें नौकरी से निकाल देने की धमकी भी दी गयी. नकल के इस गोरखधंधे में संस्थान के प्रिंसिपल और प्रबंधन की मिली भगत बताई जा रही है. अध्यापको के मुताबिक़ जब उन्होंने नकल रोकने की कोशिश की तो उनसे न सिर्फ मारपीट की गयी, बल्कि एक महिला अध्यापक गीता धामा के साथ तो 'गलत' व्यवहार तक करने की कोशिश की गयी. गीता धामा ने इस मामले में अपने साथी अध्यापकों के साथ विरोध किया और स्थानीय थाने में प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया. हलांकि पुलिस अभी भी प्रिंसिपल को गिरफ्तार नहीं कर पायी है.


गीता धामा ने पत्रिका को बताया कि प्रिंसिपल की सांठ-गाँठ से इस संस्थान में खुलेआम नकल हो रही है. यहां के छात्र खुद कह रहे हैं कि उन्हें प्रैक्टिकल की कोई जानकारी नहीं है. इसलिए प्रैक्टिकल के दौरान बनाये जाने वाले 'जॉब कार्ड' वे बाजार से खरीदकर यहां सौंप रहे हैं. जब इन छात्रों को नकल करने से रोका गया तब उन्होंने भी संस्थान के प्रिंसिपल का साथ दिया और कहा कि वे बिना कुछ लिखे भी पास हो जाएंगे क्योंकि इसके लिए उन्होंने प्रिंसिपल से बात कर रखी है.