
म्यांमार में सैन्य शासन द्वारा लोकतंत्र समर्थक चार एक्टिविस्टों को फांसी की सजा ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र में दशकों बाद पहली बार फांसी दी गई है। म्यांमार में अमरीका और यूरोपीय संघ जुंटा को अलग-थलग करने के लिए अपना रुख कड़ा कर सकते हैं, जिसका चीन द्वारा विरोध किए जाने की संभावना है।
म्यांमार की सेना ने एक वर्ष पहले आंग सान सू की के नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को हटाकर तख्तापलट के जरिए देश पर नियंत्रण कर लिया था। तख्तापलट के बाद से सेना द्वारा 2100 से ज्यादा लोगों को मार डाला गया है और हजारों को गिरफ्तार किया गया है। संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेट समेत कई देशों एवं प्रमुख हस्तियों ने चारों राजनीतिक कैदियों के प्रति दया का अनुरोध किया था, इसके बावजूद चारों को फांसी दे दी गई। म्यांमार के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत नोएलीन हेयजेर ने भविष्य में मृत्युदंड पर रोक लगाने की अपील की है।
Updated on:
23 Aug 2022 10:09 pm
Published on:
23 Aug 2022 07:22 pm
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