
आपकी बात, होली पर होने पर होने वाले हादसों को कैसे रोका जा सकता है?
परिवहन के साधनों की व्यवस्था की जाए
त्योहारों पर हादसे भी खूब होते हैं, जिससे खुशियां गम में बदल जाती है। त्योहार पर बसों में भी सवारियों की क्षमता से अधिक यात्रियों को यात्रा करनी पड़ती है, जिससे हादसे होते हैंं। इसलिए सरकार को जिन क्षेत्रों में परिवहन की पर्याप्त उपलब्ध नहीं है, वहां बसों की व्यवस्था करनी होगी और यातायात पुलिस को सक्रिय करके नियमों का पालन करवाना होगा। होली के अवसर पर कुछ लोग शराब पीकर अन्य लोगों को परेशान करते हैं तथा हादसे की संभावना रहती है, उनको भी नियंत्रित करना होगा।
-सी. आर. प्रजापति, जोधपुर
.................
पानी के गुब्बारे न फेंके
होली पर पानी से भरे गुब्बारे किसी पर नहीं फेंकने चाहिए। इससे दुर्घटना होने की आशंका रहती है। साथ ही रासायनिक रंगों का प्रयोग नहीं करके प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें, ताकि त्वचा को कोई नुकसान नहीं हो सके।
-प्रवेश भूतड़ा, सूरत, गुजरात
............
जोश में होश न खोएं
होली पर होने वाले हादसों में अधिकतर युवा वर्ग शिकार होते हैं। नशा नहीं करें। वाहन संभलकर चलाएं। जोश में होश न खोएं । होली रंगों की मिठास का त्योहार है, हादसों का नहीं।
-आभा पंड्या, भीलवाड़ा
.................
सांप्रदायिक सौहार्द रखें
होली पर अक्सर समुदायों मे आपसी टकराव की घटनाएं सामने आती हैं । इस प्रकार की स्थिति न बने, इसके लिए आपसी सौहार्द तथा संयमित व्यवहार रखें।
-अर्जुन राम प्रजापत, जोधपुर
...............
नशे से बचें
होली जैसे पावन पर्व पर कई लोग जमकर शराब का उपयोग करते हैं और उत्पात मचाते हैं। इस कारण विवाद की स्थिति में हत्या जैसे अपराध भी हो जाते है इसीलिए होली पर किसी भी प्रकार के नशे का उपयोग नहीं करना चाहिए और सभी के साथ मिलकर प्रेम से होली मनानी चाहिए।
-शुभम वैष्णव, सवाई माधोपुर
.................
जबरन रंग न लगाएं
होली पर रंग लगाने के लिए किसी भी व्यक्ति के साथ जोर-जबरदस्ती न की जाए। नशा एवं मांस बेचने वाली दुकानें-होटल पूर्ण रूप से बंद रहें। हर चौराहे पर पुलिस बल तैनात हो। हुड़दंग तथा गुंडागर्दी मचाने वाले लोगों के प्रति पुलिस प्रशासन सख्ती से पेश आए।
-सुभाष केपी श्रीवास्तव, इंदौर, मप्र
...............
गुलाल से ही खेलें होली
होली पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए लोगों में आपसी समझ होनी चाहिए। होली भाईचारे और सब कुछ भुलाकर, गिला शिकवे दूरकर, आप में प्रेम से मिलने का त्योहार है। होली गुलाल लगाकर मना सकते हैं। रंगों से और पानी से होली नहीं खेलनी चाहिए। कई बार आंखों में रंग चला जाता है। लोग होली को रासायनिक रंग लगाने और भांग खाकर हुड़दंग मचाने का त्योहार मनाते हैं। होली के बहाने आपसी रंजिश भी निकाल लेते हैं। होली हर्बल गुलाल से ही खेलनी चाहिए।
-निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़, अलवर
................
शालीनता से खेलें होली
होली पर हुड़दंग एवं जोर-जबरदस्ती से आपसी सौहार्द बिगड़ता है। कभी-कभी छोटी सी बात बड़े रूप मैं सामने आती है। होलिका दहन खुले एवं सुरक्षित स्थान पर किया जाए। होली ऐसे खेलें, जिससे आपसी भाईचारा एवं मिठास बढ़े। होली के हादसे को रोकने के लिए प्रशासन को भी पैनी नजर रखनी चाहिए।
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़
..............
हुड़दंग से बचें
कुछ लोग होली को फूहड़ता, छेड़छाड़ ,अश्लीलता ,अभद्रता, नशा, जुआ आदि का पर्याय मान बैठते हैं। वे होली पर जमकर भांग, गांजा, शराब का इस्तेमाल करते हैं। उसके बाद हुड़दंग मचाते हैं। कभी-कभी तो इतना अधिक नशा कर लेते हैं कि दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं। स्वयं को ही नहीं, दूसरों को और अपने परिजनों को भी परेशानी में डालते हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह त्योहार पर पुलिस का पुख्ता प्रबंध करे। आम जनता को भी जागरूक होना चाहिए। होली का त्योहार रंग, उमंग, उत्साह और ऊर्जा का त्योहार है,इसे बेरंग ना करें।
-एकता शर्मा, जयपुर
Updated on:
05 Mar 2023 06:30 pm
Published on:
05 Mar 2023 04:19 pm
बड़ी खबरें
View Allओपिनियन
ट्रेंडिंग
