
देश में आर्थिक असमानता कम करने के लिए क्या करना चाहिए?
आपकी बात, देश में आर्थिक असमानता कम करने के लिए क्या करना चाहिए? पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।
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सबको समान शिक्षा और चिकित्सा सुविधा मिले
पांच उंगलियां समान तो नहीं हो सकतीं, लेकिन प्रत्येक उंगली का अपना महत्व होता है। आर्थिक असमानता का मुख्य कारण समान शिक्षा और चिकित्सा का अभाव है। सबको शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं जिस दिन समान स्तर की उपलब्ध होंगी, आर्थिक असमानता कम हो जाएगी। शिक्षा का अंग्रेजी भाषा माध्यम बंद हो। हिंदी और अंग्रेजी विषय अनिवार्य हों। पूरे देश में विद्यालयों से महाविद्यालयों तक समान पाठ्यक्रम हो।
-मुकेश भटनागर, वैशाली नगर, भिलाई
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रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं
आर्थिक विषमता विकास में बाधक बनी है। सामाजिक, शैक्षिक, क्षेत्रीय, औद्योगिक असमानता को दूर करना होगा। इसके लिए जरूरी है गरीबों के कल्याणार्थ योजनाओं का विस्तार और रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी।
-शिवजी लाल मीणा, जयपुर
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शिक्षा को रोजगार से जोड़ा जाए
सरकार द्वारा लागू की गई गरीब कल्याण योजनाओं की लगातार मॉनिटरिंग की जाए एवं पारदर्शिता बढ़ाई जाए, जिससे कि भ्रष्टाचार को रोका जा सके। एक राष्ट्र एक शिक्षा लागू की जाए, जिससे सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। वही शिक्षा दी जाए, जिससे युवाओं को रोजगार मिले।
अर्जुन मेघवाल, जोधपुर
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आत्मनिर्भर बनना होगा
जिसकी आर्थिक स्थिति अच्छी होती है, उसी की सामाजिक स्थिति भी सुदृढ़ होती है। इस दिशा में असमानता की खाई को पाटने के लिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना होगा। देश में विनोबा भावे द्वारा चलाए गए भू आंदोलन की तर्ज पर संसाधनों के विकेंद्रीकरण पर जोर देना चाहिए। परिवारों को भी अपनी संकीर्ण मानसिकता तथा पितृसत्तात्मक सोच को त्याग कर पढ़ी लिखी घर की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए।
-सिद्धार्थ शर्मा, गरियाबंद, छत्तीसगढ़
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साझा प्रयास करने होंगे
देश में आर्थिक असमानता उदारीकरण की नीतियों के बाद बढ़ी है। इसमें कोई दो राय नहीं कि आर्थिक गतिशीलता आर्थिक असमानता को तोड़ सकती है। इसके लिए देश में व्यापक रोजगार के साधन, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार एवं मूलभूत सुविधाओं का बेहतर विकास करना होगा। तब जाकर देश में आर्थिक असमानता का कुचक्र समाप्त हो सकेगा। यह केवल एक व्यक्ति से नहीं अपितु सामूहिक एवं ताजा प्रयास से ही संभव हो सकेगा।
-महेश आचार्य, नागौर
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नशे की लत बड़ी समस्या
वैसे तो देश में आर्थिक असमानता का कम होना बहुत मुश्किल कार्य है, क्योंकि एक बहुत बड़ा वर्ग अशिक्षित है। बड़ी संख्या में लोग नशे की लत के शिकार हंै। रोजगार के साधनों का अभाव है। इसलिए आर्थिक असमानता को कम करने के लिए जनता में शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करनी पडग़ी। सरकार को नशाखोरी रोकनी होगी। रोजगार के संसाधन उपलब्ध कराने होंगे। लघु एवं कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन देना होगा।
-विनोद बोरदिया, केकड़ी
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जरूरतमंद को मिले मदद
सरकार आर्थिक असमानता दूर करने के प्रयास तो करती है, पर निचले स्तर तक आते-आते भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार के कारण ये प्रयास सफल नहीं होते। जरूरतमंद की पहचान के बाद ही मदद की जानी चाहिए।
-शिवानी विश्वकर्मा ,करेली,नरसिंहपुर, मप्र
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धनाढ्य वर्ग पर ज्यादा कर लगाा जाए
भारत एक धनाढ्य देश है, परन्तु यहां के अधिसंख्य निवासी निर्धन हैं। ऐसा विरोधाभासी कथन भारत के बारे में सुनने में आता है। इसका कारण आर्थिक असमानता है। इस विषमता को कम करने के लिए पहला उपाय तो यही किया जा सकता है कि धनाढ्यों पर अधिक कर लगाया जाए। सरकारों को आरक्षण एकदम समाप्त कर देना चाहिए।
-कैलाश चन्द्र मोदी, सादुलपुर,चूरु
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अवसर की समानता जरूरी
देश में आर्थिक असमानता की दर को कम करने के लिए सभी नागरिकों को अवसर की समानता उपलब्ध करवाना आवश्यक है। राज्य आर्थिक संसाधनों के केन्द्रीकरण को रोककर ऐसी व्यवस्था करे, जिससे अधिकतम लोगों का कल्याण हो सके।
-कमल पाल सिंह केतु, जोधपुर
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नीतियों में सुधार जरूरी
सरकार को आर्थिक असमानता दूर करने के लिए नीतियों में सुधार करना होगा। सर्वप्रथम शिक्षित वर्ग की बेरोजगारी को दूर किया जाए। लोगों को स्किल इण्डिया के तहत तकनीकी काम सिखाया जाए, ताकि मजदूरी नहीं मिलने पर वे इन कार्यों के जरिए कमाई कर सकें। सरकार कृषि पर खास ध्यान दे।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़
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रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं
देश में आर्थिक असमानता कम करने के लिए सरकार को जनसंख्या नियंत्रण करने का कठोर कानून बनाना चाहिए, उसमें केवल दो ही बच्चों का प्रावधान होना चाहिए। साथ ही निम्न आय वर्ग वाले लोगों के इलाज और शिक्षा की भी अच्छी व्यवस्था हो। रोजगार के साधन बढ़ाने चाहिए, ताकि लोग अपना जीवन चला सकें।
-सुरेंद्र बिंदल जयपुर
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मूलभूत सुविधाओं का अभाव
देश में आर्थिक असमानता कम करने के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। देश स्वतंत्रता के 7५ वें वर्ष में कदम रखने जा रहा है, लेकिन कई गांवों तक सड़क, बिजली तथा राशन सामग्री के दुकान भी नहीं पहुँच सकी है।,इनके समाधान से ही आर्थिक असमानता में कमी लाया जा सकता है।
-राज कुमार चंद्रा, कोरबा, छत्तीसगढ़
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आरक्षण आर्थिक आधार पर ही हो
आर्थिक असमानता कम करने के लिए जातीय आधार पर आरक्षण खत्म करके आरक्षण का आधार आर्थिक किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग में भी ओबीसी की तरह क्रीमीलेयर का प्रावधान किया जाना चाहिए। रोजगारपरक कौशल विकास, ऋण की सहज उपलब्धता और शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी कुछ ऐसे प्रावधान हैं, जो भारत सरकार कर सकती है।
-अंकित शर्मा, झोटवाड़ा, जयपुर
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शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा मुफ्त हो
देश मे आर्थिक असमानता कम करने के लिए सबसे पहले शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा को मुफ्त कर देना चाहिए। रोजगार के अवसर बढ़ाने चााहिए, जिससे देश के लोग आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
-धीरज गंगवाल, कोरबा, छत्तीसगढ़
Published on:
12 Aug 2021 07:44 pm
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