
Viswanathan Anand
नई दिल्ली। भारत के पहले शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद के सम्मान में चार चांद
लगाते हुए उनके नाम पर एक छोटे ग्रह का नामकरण किया गया है। जापान के केन्जो सुजुकी
ने 10 अक्टूबर 1988 को मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच एक छोटे ग्रह 4538 की खोज की
थी लेकिन वह अभी तक बिना किसी नाम के ही था।
बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय
खगोलीय संघ(आईओए) ने सदस्य माइकल रूदेन्को को इस ग्रह का नामकरण करने की जिम्मेदारी
दी। इस पर चेस और खगोल विज्ञान में रूचि रखने वाले रूदेन्को ने इस ग्रह का नामकरण
"विश्यानंद" के रूप में कर दिया। इससे पहले शतरंत के पूर्व विश्व चैंपियन
एलेक्जेंडर एलेकीन और अनाटोली कार्पोव भी इस सम्मान के हकदार बन चुके हैं।
विश्वनाथन इस सूची में शामिल होने वाले तीसरे शतरंज खिलाड़ी हैं।
इस पर
प्रतिक्रिया देते हुए विश्वनाथन ने कहा, "सबसे पहले जब मुझे यह जानकारी मिली तो लगा
कि मुझे अप्रैल फूल बनाया जा रहा है क्योंकि उस दिन एक अप्रैल ही था। लेकिन जब
दोस्तों की सलाह पर मैंने आईओए की वेबसाइट चेक की तो मैं सच में बिल्कुल हैरान रह
गया। मेरी पत्नी अरूणा कई बार मजाक करते हुए मुझे किसी दूसरे ग्रह से आया हुआ बताती
है और अब यह सच में ही सही साबित हो गया।"
Published on:
03 Apr 2015 03:37 pm
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