दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, पेरिस ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनलिस्ट लक्ष्य सेन, थॉमस कप स्टार एचएस प्रणय और 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता किदांबी श्रीकांत जैसे शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में भारतीय युवा खिलाड़ी इन मौकों का लाभ उठाने की उम्मीद करेंगे।
पढ़ें: क्या बांग्लादेश टेस्ट टीम को मिलेगा नया कप्तान? इस खिलाड़ी ने खुद को बताया शांतो का उत्तराधिकारी महिला एकल में सभी की निगाहें बंसोड़ पर होंगी, जो पिछले साल यहां क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं। उनका पहला मैच बुल्गारिया की हिस्टोमीरा पोपोवस्का से होगा। अगर वह अपना पहला राउंड मैच जीत जाती हैं, तो इस इवेंट में छठी वरीयता प्राप्त 23 वर्षीय मालविका बंसोड़ का मुकाबला अमेरिका की दिशा गुप्ता और जर्मनी की यवोन ली के बीच होने वाले मैच की विजेता से होगा।
महिला एकल ड्रॉ में शामिल अन्य भारतीय खिलाड़ी रक्षिता श्री संतोष रामराज ड्रॉ के निचले हिस्से में चीनी ताइपे की यू चिएन हुई के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेंगी।
पढ़ें: MI retention 2025: मुंबई इंडिया में रोहित शर्मा के भविष्य पर उठे सवाल, भज्जी ने कही यह बड़ी बात भारत ने हाइलो ओपन में महिला एकल में कभी खिताब नहीं जीता है। पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने से चूकने वाले लक्ष्य सेन, हाइलो ओपन में खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय थे।
उन्होंने 2019 में पुरुष एकल का खिताब जीता था, जो उस समय बीडब्लूएफ सुपर 100 इवेंट हुआ करता था। भारत के शुभंकर डे ने पिछले साल पुरुष वर्ग का खिताब जीता था, जबकि चेतन आनंद ने 2008 में यह खिताब जीता था।