
नई दिल्ली। दुनियाभर के तमाम फुटबॉल प्रेमियों के लिए पुर्तगाल के स्टार फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो एक आदर्श हैं, जिस तरह वो अपने खेल से दुनियाभर के फुटबॉल प्रेमियों के दिलों पर राज करते हैं, ठीक उसी तरह उनके फुटबॉलर बनने की कहानी भी आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।
रोनाल्डो का लियोनेल मेसी से रहा है कॉम्पिटिशन
वैसे तो ये बात हर कोई जानता है रोनाल्डो अर्जेन्टीना के लियोनेल मैसी के साथ प्रतिस्पर्धा के कारण इतने महान खिलाड़ी बन सके हैं। अगर ये प्रतिस्पर्धा नहीं होती तो वो इतने ममहान खिलाड़ी नहीं बन पाते। हालांकि इस बात को झूठलाया नहीं जा सकता कि उनके महान खिलाड़ी बनने के पीछे उनकी कड़ी मेहनत भी है।
रोनाल्डो के पिता थे नगर निगम में माली
आपको जानकर हैरानी होगी कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो के पिता जोस डिनिस अभेइरो एक माली थे। 5 अप्रैल 1985 को पुर्तगाल के आंचल में जन्मे क्रिस्टियानो रोनाल्डो का बचपन कड़े संघर्ष में गुजरा था। वो अपने परिवार के साथ बचपन में एक टीन की छत के नीचे रहा करते थे। रोनाल्डो के परिवार में उनके अलावा माता-पिता दो भाई और एक बहन थी। रोनाल्डो के पिता नगर निगम में माली का काम करते थे। वो पार्क में पेड-पौधों की कटाई-छटाई का काम करते थे।
स्कूल से ज्यादा फुटबॉल मैदान पर टाइम बिताते थे रोनाल्डो
इस गरीबी का प्रभाव रोनाल्डो के पिता ने अपने बेटे पर नहीं पड़ने दिया। रोनाल्डो को बचपन से ही फुटबॉल खेलने का बहुत शौक था और वो फुटबॉल खेलने भी लग गए थे। वो बचपन से ही बेहतरीन फुटबॉल खेलते थे। स्कूल टाइम से ही रोनाल्डो क्लास के बजाए फुटबॉल ग्राउंड में ज्यादा दिखते थे। इसी की वजह से उन्हें मात्र 8 साल की उम्र में एंडोरिना फुटबॉल क्लब में चुन लिया गया। रोनाल्डो फुटबॉल में इतना अच्छा करने लगे कि 10 साल की उम्र में ही उन्हें पुर्तगाल के सबसे बड़े फुटबॉल क्लब में एंट्री मिल गई। इस क्लब के लिए वो लगातार 2 साल तक खेले।
15 साल की उम्र में रोनाल्डो को हो गई थी दिल की बीमारी
रोनाल्डो का खेल साल दर साल निखरता ही जा रहा था और इसी का नतीजा था कि 12 साल की उम्र में स्पोर्टिंग लिस्बन के बड़े अधिकारियों ने 15 पाउंड में रोनाल्डो को साइन किया। इसके बाद रोनाल्डो को अपना घर छोड़ना पड़ा। 15 साल की उम्र में रोनाल्डो एक बीमारी का शिकार हो गए, जिसकी वजह से उन्हें मैदान से दूर जाना पड़ा। रोनाल्डो ने दिल की सर्जरी करवाई और फिर से मैदान पर वापसी की। इसी दौरान उनके पिता की भी मौत हो गई। इसके बाद रोनाल्डो को परिवार आर्थिक संकट से गुजरने लगा। ये वो समय था जब रोनाल्डो की मां मारिया को दूसरों के घरों में खाना बनाने का काम कर परिवार को चलाया, लेकिन इन सब कठिनाइयों के बीच रोनाल्डो ने अपने खेल जारी रखा।
अब 700 करोड़ रुपए सालाना कमाते हैं रोनाल्डो
आखिरकार रोनाल्डो की किस्मत चमकी और 17 साल की उम्र में उन्होंने पहला क्लब मैच खेला और इसके एक साल बाद ही रोनाल्डो को इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड ने रोनाल्डो को साल 2003 में 17 मिलियन अमेरिकी डॉलर में साइन किया। बस यहां से रोनाल्डो ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज ये खिलाड़ी 700 करोड़ रुपए सालाना कमाता है। दुनियाभर के टाइटल रोनाल्डो अपने नाम कर चुके हैं। इतना ही नहीं वो अपनी कमाई से एक अनाथआश्रम भी चलाते हैं। रोनाल्डो ने कुछ समय पहले अपना गोल्डन जूता नीलाम किया था, जिसकी राशि से उन्होंने एक स्कूल बनवाया।
Updated on:
06 Apr 2020 01:10 pm
Published on:
06 Apr 2020 01:03 pm
बड़ी खबरें
View Allअन्य खेल
खेल
ट्रेंडिंग
