
पाकिस्तान को रोकने के चलते भारतीय कुश्ती संघ पर लग सकता है प्रतिबंध, जानें पूरी खबर
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच का रिश्ता लंबे समय से विवादित है। रिश्तें की कड़वाहट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दोनों देशों के बीच खेल के मैदान पर भी कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो रही है। दोनों देशों के खिलाड़ी भी एक-दूसरे की सरजमीं पर नहीं खेल रहे है। इसी बीच भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने आज कहा है कि यदि पाकिस्तान को राजधानी दिल्ली में 17 से 22 जुलाई तक होने वाली एशियाई जूनियर कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गयी तो यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग डब्ल्यूएफआई पर प्रतिबंध लगा सकता है। बता दें कि भारत 17 से 22 जुलाई तक दिल्ली के केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में एशियाई जूनियर फ्री स्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है, जिसमें मेजबान भारत सहित 17 देशों के पहलवान हिस्सा लेंगे।
बृजभूषण ने इस संदर्भ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की भागीदारी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हमें अभी गृह मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिली है। हमने इस सिलसिले में फरवरी में ही प्रस्ताव भेज दिया था जिसे खेल मंत्रालय सहित बाकी सब जगह से मंजूरी मिल गयी है लेकिन गृह मंत्रालय ने अभी तक मंजूरी नहीं दी है। सिंह ने आगे कहा कि यह दो देशों का टूर्नामेंट नहीं है बल्कि बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। पाकिस्तान को इसमें भाग लेने का अधिकार है और हम उसे रोक नहीं सकते। यदि समय रहते मोदी सरकार इस मामले पर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लेती है तो भारतीय कुश्ती संघ पर प्रतिबंध लग सकता है।
बता दें कि पिछले साल भी पाकिस्तान की कुश्ती टीम को भारत में खेलने की अनुमति नहीं मिल सकी थी। जिसकी शिकायत पाकिस्तान कुश्ती संघ ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग से कर दी थी। इस बार वह पहले से ही विश्व संस्था के सामने अपनी शिकायत दर्ज करा चुका है। यदि पाकिस्तान को हिस्सा लेने से रोका जाता है तो विश्व संस्था हमें ओलंपिक से बाहर करने के अलावा कुश्ती से भी प्रतिबंधित कर सकती है।
कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान की लड़कियों को छोड़कर पूरी टीम आ रही है। पाकिस्तान की कुश्ती टीम अच्छी है और उसने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक भी जीता है। पाकिस्तानी दल को वीजा दिलाने की जिम्मेदारी हमपर है। मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से समय मांगा है जो आज शाम तक बाहर है। हम कल उनसे मिलकर वास्तविक स्थिति से अवगत कराएंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि पाकिस्तानी दल को मंजूरी दी जाए नहीं तो भारतीय कुश्ती पर प्रतिबंध की तलवार लटकती रहेगी।
टूर्नामेंट में एशिया के प्रमुख कुश्ती देश ईरान, उज्बेकिस्तान, कजाखिस्तान, जापान, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया, मंगोलिया और ताजिकिस्तान भाग ले रहे हैं। भारतीय टीमों की प्रतियोगिता में मजबूत चुनौती रहेगी। भारतीय टीम ने पिछली चैंपियनशिप में दो स्वर्ण, तीन रजत और नौ कांस्य पदक जीते थे। प्रतियोगिता में 146 फ्री स्टाइल, 117 ग्रीको रोमन स्टाइल और 100 महिला पहलवान 10 स्वर्ण, 10 रजत और 20 कांस्य पदक के लिये अपनी चुनौती पेश करेंगे।
भारतीय दावेदारी पर बृजभूषण ने कहा कि हमारी सभी टीमें बहुत मजबूत हैं और पिछली बार के मुकाबले ज्यादा पदक जीतने पर तैयार हैं। मैं तो यह कहूंगा कि हमारी महिला टीम का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहेगा। अगले महीने होने वाले जकार्ता एशियाई खेलों के लिये बृजभूषण ने कहा कि सारी तैयारी पूरी है, ट्रॉयल हो चुके हैं और टीमें चुनी जा चुकी हैं। 57 किग्रा के लिये हमने दो बार ट्रॉयल कराया था। खिलाड़ी तुर्की में ट्रेनिंग करना चाहते थे जिसकी व्यवस्था हमने करा दी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि एशियाई खेलों में हमारा प्रदर्शन शानदार रहेगा।
Published on:
10 Jul 2018 05:09 pm
बड़ी खबरें
View Allअन्य खेल
खेल
ट्रेंडिंग
