
Poor Pakistan
Saudi Arabia Expands Footprint in Pakistan: सऊदी अरब ने आखिर कंगाल पाकिस्तान (Pakistan)में निवेश करने की पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की गुहार सुन ली है। सऊदी अरब (Saudi Arabia) अब पाकिस्तान में 2.2 अरब डॉलर का निवेश करने पर सहमत हो गया है। सऊदी अरब का एक 135 सदस्यीय हाइप्रोफाइल प्रतिनिधिमंडल इन दिनों पाकिस्तान की यात्रा पर है। इस दौरान दोनों देशों में 26 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के मौके पर सऊदी अरब के निवेश मंत्री खालिद बिन अब्दुल अजीज अल फलीह और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर भी मौजूद रहे। इस दौरान दोनों के बीच पाकिस्तान की जमीन पर सऊदी अरब के लिए खेती (agriculture) करने की डील भी हुई है। इसे सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच कॉरपोरेट खेती के क्षेत्र में सहयोग समझौते का नाम दिया गया है। इसके लिए पाकिस्तान के सबसे अहम सूबे पंजाब के खानेवाल में 10,000 एकड़ जमीन सऊदी अरब की खाद्य जरूरतें पूरी करने (economic crisis) के लिए खेती आदि के मकसद से आवंटित की जाएगी। सऊदी अरब कॉरपोरेट खेती के लिए वित्त पोषण प्रदान करेगा और उत्पादित फसलें, फल और सब्जियां उसी देश को निर्यात की जाएंगी।
समझौते के अनुसार, कृषि क्षेत्र में सऊदी अरब 70 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा। खानेवाल में सऊदी अरब की ओर से नियुक्त टीम की निगरानी में और उसी की जरूरतों के अनुसार यह खेती की जाएगी। समझौता कितने साल के लिए हुआ, आदि अन्य अहम ब्योरे अभी सामने नहीं आए हैं, लेकिन जो पाकिस्तान अपनी ही जनता की खाद्य और अनाज जरूरतों को ही पूरा नहीं कर पा रहा है, उसका सऊदी अरब के लिए इस तरह से 10 हजार एकड़ जमीन खेती के लिए सौंप देना समर्पण से कम नहीं माना जा रहा है।
कंगाल पाकिस्तान को हाल ही में आइएमएफ से भी 7 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिला है। हालांकि कर्ज में डूबे पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ( Shahbaz Sharif)ने उम्मीद जताई है कि यह आखिरी मदद पैकेज होगा। साथ ही, उन्होंने आइएमएफ पैकेज पाने के लिए सऊदी के नेतृ्त्व का धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी मदद के बिना कार्यक्रम सफल न हो पाता।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि एक सऊदी कंपनी पाकिस्तान की तेल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी 'शेल पाकिस्तान' के 77 प्रतिशत शेयर खरीदने जा रही है, और इस संबंध में दोनों कंपनियां अनुबंध पर हस्ताक्षर कर सकती हैं।
उधर, चीन के नागरिकों पर बढ़ते हमले के मद्देनजर, पाकिस्तान ने पिछले दिनों सशस्त्र बलों के लिए अतिरिक्त 45 अरब रुपये का बजट प्रदान करने का निर्णय लिया था। इसके पहले भी पाकिस्तान कैबिनेट की आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) ने ऑपरेशन अज्म-ए-इस्तेहकाम के लिए 60 अरब रुपए दिए थे, जिससे बढ़ती आतंकवादी वारदातों पर काबू पाया जा सके।
Updated on:
13 Oct 2024 09:56 pm
Published on:
12 Oct 2024 07:05 pm
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