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कश्मीर पर इस्लामिक सहयोग संगठन ने फिर की बकवास, पाकिस्तान में हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ की बैठक

इस्लामिक सहयोग संगठन यानी OIC ने कश्मीर पर एक बार फिर जहर उगला है। OIC प्रतिनिधि यूसुफ अल्दोब ने कहा कि संगठन कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करना जारी रखेगा। मंत्री स्तर की अगली बैठक के दौरान वह इस बारे में एक रिपोर्ट भी पेश करेंगे।  

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Ashutosh Pathak

Nov 08, 2021

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नई दिल्ली।

कश्मीर पर एक बार फिर इस्लामिक सहयोग संगठन यानी OIC की तरफ से जहर उगला गया है। OIC के प्रतिनिधि यूसुफ अल्दोब ने पाकिस्तान में आल‌ पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक भी की‌। बैठक के बाद अल्दोब ने कहा कि संगठन कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करना जारी रखेगा।

अल्दोब ने यह भी कहा कि वह संगठन की अगली मंत्री स्तर की बैठक के दौरान क्षेत्र की स्थिति पर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसे पेश करेंगे। उन्होंने पाकिस्तान में आल पार्टीज हुर्रियत कान्फ्रेंस के प्रतिनिधियों के साथ कश्मीर की स्थिति पर चर्चा भी की।

यूसुफ के साथ बैठक में पाकिस्तानी आल पार्टीज हुर्रियत कान्फ्रेंस के अल्ताफ वानी, गुलाम मोहम्मद सफी, फैज नक्शबंदी और शेख अब्दुल मतीन शामिल हुए। दूसरी बार पाकिस्ताान दौरे पर आए OIC प्रतिनिधि ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का भी दौरा किया। यूसुफ ने पाकिस्तान परस्त इन अलगाववादी नेताओं के सामने कहा कि संगठन कश्मीर के लिए समर्थन देना जारी रखेगा।

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यूसुफ ने पाकिस्तान को खुश करते हुए कहा कि संगठन लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार जम्मू और कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन कर रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी चुनावी फायदे के लिए कश्मीरियों को आत्मनिर्णय के अधिकारों का समर्थन किया था।

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ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज दुनियाभर के मुसलमान मुल्कों का रहनुमा होने का दावा करता है। 25 सितंबर 1969 में बने इस संगठन का पाकिस्तान संस्थापक सदस्य है। दुनिया में मुसलमानों की दूसरी सबसे ज्यादा आबादी वाला भारत इस संगठन का सदस्य नहीं है। पाकिस्तान शुरू से ही इस संगठन का उपयोग भारत के खिलाफ करता आया है। खासकर कश्मीर मुद्दे पर कई बार OIC ने भारत के खिलाफ बयान दिया है। 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद से इस संगठन के तेवर भारत को लेकर काफी नरम देखने को मिले हैं।