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यहां के जंगल और वन्यजीवों को बचाने के लिए युवाओं ने छेड़ी ये मुहिम, पढ़ें पूरी खबर…

रात में जिप्सी सफारी पर रोक...जंगल में नहीं फेंकते कचरा, वन्य जीवों के लिए बनवाए वाटरहॉल।  

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यहां के जंगल और वन्यजीवों को बचाने के लिए युवाओं ने छेड़ी ये मुहिम, पढ़ें पूरी खबर...

यहां के जंगल और वन्यजीवों को बचाने के लिए युवाओं ने छेड़ी ये मुहिम, पढ़ें पूरी खबर...

पाली जिले के सेणा और जीवदा गांव के युवा हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हो सकते हैं। क्योंकि प्रकृति को संरक्षित रखने के साथ-साथ पर्यटन स्थलों की खूबसूरती कैसे बनाए रखी जा सकती है, ये इनसे बेहतर ढंग से सीखा जा सकता है। देश-दुनिया के सैलानियों की पसंद बन रहे पर्यटन स्थल जवाई बांध क्षेत्र में जंगल और वन्य जीवों को सुरक्षित रखने की अनूठी पहल यहां जिप्सी सफारी कराने वाले युवाओं ने की है। उन्होंने कुछ नियम बनाए है जिनका पालन सख्ती से करा रहे हैं। वन्य जीवों की जिंदगी में दखलअंदाजी न हो, इसके लिए उन्होंने रात में सफारी पर रोक लगाई है। जवाई के जंगल की खूबसूरती बनाए रखने के लिए पौधारोपण, वन्य जीवों के लिए वाटरहॉल का निर्माण भी मुहिम में शामिल किया है। जवाई बांध क्षेत्र में बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं। पैंथर और जंगल की झलक देखने यहां देश की नामचीन हस्तियां भी आती है।

जंगल को बना रहे प्लास्टिक मुक्त, खुद बीनते हैं कचरा
यहां आने वाले सैलानी सफारी के दौरान जंगल में प्लास्टिक इत्यादि कचरा फेंक देते हैं। जंगल को साफ-सुथरा और प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए उन्होंने खुद ही कचरा बीनना शुरू कर दिया। वे जहां भी पॉलिथिन मिलती है तो उठा लाते हैं और उसका व्यविस्थत निस्तारण करते हैं। सैलानियों और आसपास के ग्रामीणों को भी स्वच्छता के लिए जागरूक कर रहे हैं।

दो गांवों से पहल, अब अन्य को जोड़ने की कवायद
प्रारंभिक तौर पर जीवदा और सेणा गांव के उन युवाओं ने जवाई बचाओ अभियान शुरू किया। इनमें अधिकांश वे हैं जो जिप्सी सफारी का काम करते हैं। विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वे अपनी कमाई का कुछ हिस्सा इसमें जमा करा रहे हैं। सैलानियों को भी सहयोग के लिए प्रेरित कर रहे हैं। अब इस मुहिम से बिसलपुर पैरवा, दूदली, वेलार, मोरी समेत बांध क्षेत्र के सभी गांवों को जोड़ने की कवायद चल रही है।

प्राकृतिक खूबसूरती को खत्म नहीं होने देंगे
जवाई बांध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। यह अच्छी बात है, लेकिन हम इसकी प्राकृतिक खूबसूरती को खत्म नहीं होने देंगे। इसके लिए हमने कुछ नियम बनाए हैं, उनका पालन करा रहे हैं। जंगल और वन्य जीवों को बचाने के लिए हम हरसंभव प्रयास करेंगे।
-राजेन्द्रसिंह सेणा, अध्यक्ष, सेणा-जीवदा वन्य जीव संरक्षक संस्था