
टेल कमाण्ड आमलिया माइनर में एक-दो प्रभावशाली किसान को पानी, शेष रकबा सफाई के अभाव में रहा वंचित
सादड़ी. रणकपुर-सादड़ी बान्ध नहर मरम्मत व साफ-सफाई के नाम जलसंसाधन विभागाधिकारियों की मॉनिटरिंग के अभाव में ठेकेदार द्वारा औपचारिकताएं पूरी करते हुए साफ-सफाई में कागजी लीपापोती कर दी गई। इसका खामियाजा हेड-टेल कमाण्ड के किसानों को भुगतना पड़ा। सिंचाई की पहली पाण से वंचित कई किसानों में विभागाधिकारियों के प्रति आक्रोश है। विभाग ने नहरों की मरम्मत व साफ-सफाई पर २.७० लाख रुपए का टेण्डऱ जारी किया। टेल कमाण्ड आमलिया माइनर हेड पर एक-दो प्रभावशाली किसानों को पानी मुहैया हुआ। शेष सम्पूर्ण रकबा नहर साफ-सफाई के अभाव में सिंचाई से वंचित रह गया। जबकि इस माइनर पर सरकारी फार्म सहित सर्वाधिक कृषि भूमि सिंचित होती हैं।
विभाग ने चन्द किसानों की मांग पर ०६ नवम्बर को सुबह नहर खुलवाई, जो २५ नवम्बर शाम बन्द कर दी। २० दिन के जल वितरण के दौरान हेड-टेल कमाण्ड में ६०-६५ फीसदी रकबा में से महज ४० प्रतिशत रकबा सिंचित हो पाया। २० प्रतिशत किसानों को पानी का आज तक इंतजार है। जल उपयोक्ता संगम अध्यक्ष मनाराम जाट व किसानों की मानें तो हेड-टेल के किसानों ने अपनी मेहनत से सफाई कर पानी खेतों तक ले गए। कई जगह कचरे व झाडिय़ों के कारण पानी व्यर्थ भी बहता रहा। जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने नहर साफ-सफाई व मरम्मत के नाम प्रदत्त बजट की भनक तक नहीं लगने दी और ठेकेदार को भुगतान कर दिया। जबकि सफाई के अभाव में टेल कमाण्ड आमलिया माइनर के किसान सिंचाई से पूरी तरह वंचित हैं। सिंचाई से वंचित व अग्रिम बुवाई वाले किसानों को विभाग पानी कब मुहैया करवाएगा इसको लेकर किसान चिंतित हैं। विभाग के सहायक अभियन्ता ललितमोहन दाधीच ने बताया कि किसान जब भी मांगेंगे नहर खोल दी जाएगी। पानी व्यर्थ बहने या दोबारा सिंचाई की शिकायत पर नहर बन्द करवा दी गई।
किसान सिंचाई से वंचित
नहर साफ-सफाई व मरम्मत के अभाव में टेल कमाण्ड आमलिया माइनर एक दो किसानों को छोड़ कर पूर्णतया सिंचाई से वंचित रहा। यहां कई किसान अग्रिम बुवाई वाले भी हैं, जिन्हे दिसम्बर माह में पानी की मांग रहेगी। नहर मरम्मत व साफ-सफाई के अभाव में उन्हे पानी सुलभ होगा या नहीं इस पर भी संशय है। अधिकारियों की अनदेखी किसानों पर भारी न पड़ जाए।
गणेशराम बावरी, पूर्व अध्यक्ष, जल उपयोक्ता संगम, सादड़ी
सफाई के नाम लीपापोती
नहर मरम्मत व साफ-सफाई के लिए विभाग द्वारा २.७० लाख रुपए के टेण्डर जारी करने व भुगतान के सम्बन्ध में मुझे कोई जानकारी नहीं है।नहरों की सफाई के अभाव में खोली, इससे कई जगह पानी व्यर्थ भी बहा। कई किसान सिंचाई से वंचित रह गए। कई किसानों ने दोबारा व तीन मत्र्तबा सिंचाई की। इसकी शिकायत भी की लेकिन ध्यान नहीं दिया। टेल कमाण्ड आमलिया माइनर पर एक दो प्रभावशाली किसानों को छोडक़र पूर्णतया रकबा सिंचाई से वंचित रह गया है। इसकी जिला कलक्टर को शिकायत कर जांच करवाई जाएगी।
मनाराम जाट, अध्यक्ष, जल उपयोक्ता संगम, सादड़ी बान्ध
Published on:
29 Nov 2019 06:15 am
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