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पुलिस ने किया खुलासा, पैसों की लालच में नौकर ने दोस्त के साथ मिलकर की हत्या

सुमेरपुर पुलिस ने धनराज जैन की हत्या के मामले में मृतक के नौकर व एक अन्य को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया है।

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पाली

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kamlesh sharma

Aug 21, 2024

सुमेरपुर पुलिस ने धनराज जैन की हत्या के मामले में मृतक के नौकर व एक अन्य को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया है। गौरतलब है कि शुक्रवार रात्रि पुलिस को सूचना मिली कि हवाला गली जैन मंदिर के पास धनराज जैन अपने मकान में लहूलुहान पड़ा है। सीओ भूपेंद्र सिंह शेखावत व सीआई ने घटनास्थल पहुंचकर वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी करवा कर साक्ष्य एकत्रित किए। उसके बाद शव को मोर्चरी में रखवा कर परिजनों को सूचना दी।

मृतक के दोनों पुत्र पुणे रहते हैं। शनिवार को मृतक के पुत्र प्रवीण ने रिपोर्ट दी कि उसके पिता धनराज जैन घर में अकेले निवास करते थे। जिनकी हत्या का अंदेशा जताते हुए मामला दर्ज करवाया था। बाद में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। जिसकी रिपोर्ट में पता चला कि मृतक के शरीर पर 12 चोटें थी। जिससे स्पष्ट हुआ कि गंभीर मारपीट कर धनराज जैन की हत्या हुई है।

एएसपी चैनसिंह महेचा, सुमेरपुर सीओ शेखावत के निर्देशन में सुमेरपुर पुलिस टीम ने जानकारी जुटाई। जिसमें मृतक को अंतिम बार नौकर जितेंद्र सिंह ने देखा था। इस पर जितेंद्र सिंह से पूछताछ की तो उस पर अंदेशा बढ़ता गया। मुखबिर सूचना से नौकर जितेंद्र सिंह व राकेश निवासी कोरटा की पहचान होने पर उनकी दस्तयाबी के प्रयास किए। मंगलवार को जितेंद्रसिंह को सुमेरपुर व राकेश को आबूरोड से दस्तयाब किया। पूछताछ में दोनों बड़ी धनराशि को लूटने के प्रयास में धनराज जैन की हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया।

एक ही गांव के दोनों आरोपी

मामले के आरोपी जितेंद्र सिंह पुत्र पप्पूसिंह रावणा राजपूत निवासी कोरटा व राकेश कुमार पुत्र मगनाराम मेघवाल निवासी कोरटा को गिरफ्तार किया। मामले का राजफाश में पुलिस सीओ कार्यालय के कांस्टेबल योगेश्वर, थाना स्टाफ सुभाष गोदारा, रामचंद्र व राजकुमार का विशेष योगदान रहा।

नौकर ने दोस्त के साथ मिलकर उतारा मौत के घाट

मामला सुमेरपुर थाना के हवाला गली का है। धनराज जैन ने शुक्रवार दोपहर में एक जमीन का सौदा किया और एक करोड़ 38 लाख रुपए प्राप्त किए। भागीदारों में बंटवारे के बाद 44 लाख रुपए शेष बचे थे। उसे घर पर कट्टे में रखा था। जिसकी नौकर जितेंद्रसिंह को जानकारी थी। उसने दोस्त के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। आरोपी जितेंद्र करीब डेढ़ साल से नौकरी करता था। मृतक का कृषि मंडी में व्यापार के अलावा प्रॉपर्टी का काम था। शुक्रवार शाम धनराज को घर में अकेला देख नौकर जितेंद्रसिंह और उसका दोस्त राकेश घर में घुसे तथा हमला कर दिया। बाद में दोनों ने चार्जर वायर से धनराज जैन का गला घोंट दिया। फिर उसने 44 लाख रुपए से भरा कट्टा राकेश को दिया। जिसे राकेश मोटरसाइकिल पर रखकर भाग गया। पीछे-पीछे जितेंद्र भी निकल गया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया।