मारवाड़ में कहावत है कि श्रावण व भादो बरसात के माह है। श्रावण तो सूखा गुजरा, लेकिन कहावत के अनुसार भादो में मेह मेहरबान हो गए।
पाली। मारवाड़ में कहावत है कि श्रावण व भादो बरसात के माह है। श्रावण तो सूखा गुजरा, लेकिन कहावत के अनुसार भादो में मेह मेहरबान हो गए। पूर्वी व पश्चिमी राजस्थान में झमाझम बरसात का दौर रविवार को भी जारी रहा। उधर, मौसम केन्द्र ने आने वाले दो दिनों में उदयपुर, पाली, जालोर, बाड़मेर, राजसमंद व डूंगरपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में मेघ गर्जना के साथ कई जगह पर अति भारी बरसात हो सकती है। पूर्वी राजस्थान के कोटा, उदयपुर, जयपुर, अजमेर व भरतपुर संभाग में सोमवार को कहीं-कहीं अति भारी बरसात की संभावना है। मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार दक्षिण-पूर्व राजस्थान और इससे सटे पश्चिमी मध्य प्रदेश पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे जुड़े चक्रवाती परिसंचरण तंत्र के आने वाले दो दिन में दक्षिण-पश्चिम राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है।
किसानों की पीड़ा... पहले सूखे ने मारा, अब बरसात ने फसलों पर ढहाया कहर
बिपरजॉय तूफान के बाद किसानों ने बुवाई की थी। इसके बाद श्रावण के सूखा गुजरने से फसलों में 25-30 प्रतिशत तक खराबा हुआ। अब बरसात होने से काटी हुई फसल में खराबा हुआ है। अब फसल कटाई होने के बाद बरसात आने के कारण बची फसल भी खराब हो गई है। कृषि अधिकारियों के अनुसार पाली क्षेत्र में अभी खराबे का पूरा आकलन करना मुश्किल है। बरसात अधिक होने पर यह बढ़ सकता है। क्षेत्र में ज्यादातर मूंग की फसल में खराबा हुआ है।
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किसान दे सकते हैं सूचना
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2023 के तहत खेत में सुखाने के लिए रखी कटी फसल व बीमित फसल बरसात आदि से खराब होने पर किसान को इसकी सूचना 72 घंटे में देनी होगी। यह सूचना टोल फ्री नम्बर, बीमा प्रतिनिधि, बैंक, कृषि विभाग, प्रधानमंत्री फसल बीमा वेबसाइट, फसल बीमा एप पर दी जा सकती है।
इतनी हुई बरसात
पाली में सबसे अधिक बरसात सुबह आठ से शाम पांच बजे तक 42 एमएम देसूरी में दर्ज की गई। पाली तहसील में 4 एमएम, रोहट में 4, रानी में 9, सुमेरपुर में 24, सोजत में 5, रायपुर में 1, मारवाड़ जंक्शन में 5 व बाली तहसील में 15 एमएम बरसात दर्ज की गई।