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Patrika Talk Show: यहां के उद्यमी बोले- इन्फ्रास्ट्रेक्चर को किया जाए मजबूत, बिजली हो सस्ती

Pali Patrika Talk Show: उद्यमियों ने विकास के साथ उद्योगों के विकास को लेकर रखी बात  

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पाली

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Suresh Hemnani

Feb 06, 2024

Patrika Talk Show: यहां के उद्यमी बोले- इन्फ्रास्ट्रेक्चर को किया जाए मजबूत, बिजली हो सस्ती

पाली के पत्रिका का कार्यालय में पत्रिका टॉक शो के दौरान चर्चा करते उद्यमी।

Pali Patrika Talk Show: पाली में विकास के लिए इन्फ्रास्ट्रेक्चर मजबूत करना चाहिए। सड़कों की दशा सुधरनी चाहिए। उद्योगों के विकास के लिए सबसे पहले बिजली की दरों को कम किया जाना चाहिए। इससे यहां टेक्सटाइल में प्रिंटिंग के साथ कपड़ा प्रोसेसिंग का कार्य भी शुरू हो सके। उसके लिए प्रयास भी होने चाहिए। यह कहना था पाली के उद्यमियों का। पत्रिका कार्यालय में सोमवार को आयोजित टॉक शो में उद्यमियों ने समस्याएं बताने के साथ उनका समाधान भी बताया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण को लेकर वे सजग हैं और जेडएलडी उसी का परिणाम है। इसे लेकर वे आगे भी लगातार आगे बढ़ते रहेंगे।

एकल खिड़की की होनी चाहिए व्यवस्था
उद्योगों के विकास के लिए एकल खिड़की की व्यवस्था होनी चाहिए। इथोपिया के टेक्सटाइल क्षेत्र में एक कार्यालय बनाया हुआ है। उद्यमी को किसी भी कार्य के लिए केवल वहां पर फाइल जमा करानी होती है। इसके आगे की सारी प्रोसेस वहां से पूरी कर स्वीकृति या अस्वीकृति तय समय में दे दी जाती है। इसके साथ ही सीइटीपी में वर्ष 2010 तक की तरह ही कलक्टर को अध्यक्ष बनाना चाहिए। इससे बार-बार टेक्सटाइल का कार्य बाधित होने की संभावना भी खत्म हो जाएगी।
-विनय बम्ब, महासचिव, लघु उद्योग भारती, जोधपुर अंचल

एमएसएमई के नए नियम में हो संशोधन
सरकार की ओर से अभी एमएसएमई के नए नियम बनाए गए है। उनमे संशोधन की जरूरत है। ऐसा नहीं होने पर छोटे उद्यमियों को आगे बढ़ने में परेशानी आने के साथ वे खत्म भी हो सकते हैं। इन नियमों को वर्ष 2023 के बजाय वर्ष 2024 में तीन चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
-वरुण सिंघल, सचिव, लघु उद्योग भारती, मंडिया रोड

बिजली काफी महंगी
हमारे यहां बिजली पूरे देश में अधिक महंगी है। बिजली पर स्थाई सेवा शुल्क के प्रावधान में भी बदलाव की जरूरत है। सोलर लगाने पर भी स्थाई सेवा शुल्क में कोई कमी नहीं है। उद्योग की आवश्यकता से अधिक का सोलर प्लांट लगाने की अनुमति नहीं है। इसमे बदलाव जरूरी है। आज तो हालात यह है कि उद्योग के 20 दिन चलने पर भी 30 दिन की बिजली का चार्ज देना पड़ रहा है।
-मीठालाल गुलेच्छा, उद्यमी

उद्यमियों की होनी चाहिए सुनवाई
उद्यमी रोजगार देने के साथ कर भी देते हैं। इसके बावजूद उनकी बात को सुना नहीं जाता है। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। कई जगह चल रही अवैध इंडस्ट्री के कारण नियमों का पालन करने वाले उद्यमियों को नुकसान होता है। अवैध इंडस्ट्री को बंद कराने की कार्रवाई की जानी चाहिए।
-जय जिनेन्द्र तलेसरा, उद्यमी

नहीं बढ़नी चाहिए जीएसटी
कपड़े पर जीएसटी अभी पांच प्रतिशत लग रही है। इसमे बढ़ाया नहीं जाना चाहिए। छाेटे उद्यमी अन्य राज्यों में जाकर व्यापार नहीं कर सकते हैं। इससे भी नुकसान हो रहा है। इस रोक को हटाया जाना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर लागत भी बढ़ती है।
-ललित मालू, उद्यमी

इन्होंने भी रखी बात
टॉक शो में सीइटीपी के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण कोठारी, महावीर मेहता, पंकज भाटी, आदित्य मेहता, अंकित भंसाली, नीलेश सेमलानी, विकास श्रीश्रीमाल व मोहित चौपड़ा ने एक स्वर में कहा कि उद्योगों को शहर के विकास के लिए इन्फ्रास्ट्रेक्चर को मजबूत करने के साथ उद्योगों की समस्याओं का समय पर समाधान किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि पाली में फूड इंडस्ट्री, ग्रेनाइट, चूड़ी आदि को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। बिजली की लागत कम होने पर कपड़ा भी पाली में ही तैयार होने का उद्योग शुरू हो सकता है।