
demo pic
जालोर। राजस्थान में हाल ही में डॉक्टर की गलती की वजह से एक युवक की जान चली गई। उस मरीज को डॉक्टर ने गलत ब्लड चढ़ा दिए। जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन फैलने से मरीज की मौत हो गई। बाद में दोषी डॉक्टर को अस्पताल से निलंबित कर दिया गया। लेकिन वहीं इसके विपरीत राजस्थान के जालोर में एक डॉक्टर की सूझबूझ से एक युवक की जान बची है।
मामला एक पल के लिए आपको हैरान कर देगा। डॉक्टर ने उस युवक की जान बचाई है जिसकी धड़कन रुक चुकी थी। जिले के श्री राम अस्पताल जालोर शाखा के डॉक्टर ने हार्टअटैक आए युवक की जान की बचाकर उसे नया जीवनदान दिया है।
दरअसल बुधवार को एक युवक श्रीराम अस्पताल जालोर शाखा में भर्ती अपने किसी साथी से मिलने पहुंचा था। युवक को सुबह से सीने में दर्द था, जिसे वह अनदेखा कर रहा था। आपातकालीन इकाई में आकर युवक अचेत हो गया। जो कि हृदयघात ( हार्टअटैक) था। जांच में युवक की हृदय की धड़कन रुक चुकी थी। जनरल फिज़िशन डॉ. अजाराम चौधरी तथा उनकी टीम ने मरीज को कृत्रिम श्वास पर लेकर हृदय की धड़कन चालू करने की सारी दवाइयां शुरू की। बाद में तीन बार डी.सी. शोक (कृत्रिम झटका ) दिया और 30 मिनट के अथक प्रयासों के बाद मरीज के हृदय की धड़कन वापस आई।
वेंटीलेटर और दवाओं के सहारे मरीज को खतरे से बाहर निकला तथा 6 घंटे बाद होश में आ गया। फिर मरीज को एन्जियोग्राफी करवा स्टेन्ट डलवाया गया। अब मरीज स्वस्थ है। मरीज व उसके परिजनों ने डॉ. अजाराम चौधरी एवं श्रीराम अस्पताल की टीम को धन्यवाद किया।
Published on:
15 Mar 2024 06:47 pm
बड़ी खबरें
View Allपाली
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
