
सरदारसमंद बांध पर चली चादर। फोटो: पत्रिका
Sardar Samand Dam Overflow: राजस्थान के पाली जिले के दूसरे बड़े बांध सरदारसमंद पर रविवार सुबह चादर तेज हो गई। इससे ग्रामीणों के चेहरे खिले उठे। यह बांध लगातार दूसरे साल पूरा भरा है। 25 फीट भराव क्षमता वाले इस 100 साल से अधिक पुराने बांध पर 31वीं बार चादर चली है।
जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता शंकरलाल राठौड़ ने बताया कि सरदारसमंद बांध के जलग्रहण क्षेत्र में बरसात से ओवरफ्लो से अधिक पानी निकलने लगा है। बांध पर सुरक्षा के लिए लोगों का चादर पर प्रवेश बंद करवा दिया है। बांध छलकने पर शहरवासी देखने पहुंचे।
सरदारसमंद बांध के ओवरफ्लो होने से पहले जैसे ही पानी छलकने लगा। क्षेत्र के ग्रामीण व किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। बांध के ओवरफ्लो होने पर ग्रामीणों ने पूजन किया और बांध के पानी को चुनरी ओढ़ाई।
सरदारसमंद बांध के पानी से 10325 हैक्टेयर में सिंचाई होती है। इस बांध से सरदारसमंद गांव के 20 गांवों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है। ऐसे में बांध के लगातार दूसरी साल छलकने से सरदारसमंद, नई ढाणी, इन्द्रों की ढाणी, काला पीपल की ढाणी, न्बिली उड़ा, बागड़िया, दुदिया, ढाबर कलां, ढाबर खुर्द, बांड़ाई, मंडली दर्जीयान, अरटिया, भाकरीवाला, पीपलिया की ढाणी, झीतड़ा, एसएस फार्म, मांडपुरिया और चंदलाई गांव के लोगों के खुशी का माहौल है।
सरदारसमंद बांध का निर्माण अंग्रेजों के शासन काल में हुआ था। सरदारसमंद बांध का निर्माण 1899 में शुरू हुआ था। यह बांध वर्ष 1905 में बनकर तैयार हुआ। इस 25 फीट भराव क्षमता के बांध में 3115.64 एमसीएफटी पानी आता है। बांध का भराव क्षेत्र 3000 हैक्टेयर का है। यह पाली जिले का दूसरा सबसे बड़ा बांध है।
Published on:
27 Jul 2025 11:30 am
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