
पाली में विवाह में शामिल वर-वधु पक्ष के लोग।
पाली। समाज में व्याप्त कुरीतियों का त्याग करने की भावना अब युवाओं के मन में जागने लगी है। आज के पढ़े-लिखे युवा वक्त की नजाकत और समाज में फैली बुराइयों का अब खुलकर विरोध करने लगे हैं। इनके इन अच्छी पहल को परिवार, समाज के लोग भी स्वीकार करने लगे हैं।
जिले में इन दिनों कई ऐसी शादियां हुई जहां युवाओं ने शादी में होने वाले टीके की रस्म में प्रस्तुत की जाने वाली रकमों को अस्वीकार कर दिया। इससे अधिक प्रशंसनीय ये भी है कि परिजनों ने भी बहू को बेटी के रूप में स्वीकार कर इस कुरीति को तोडऩे में अहम भूमिका निभाई।
रावणा राजपूत समाज के एक दूल्हे ने टीके के तहत दुल्हन पक्ष की ओर से दिए गए 2 लाख 51 हजार रुपए लेने से इनकार कर दिया। उसने 101 रुपए शगुन के रूप में लिए। रावणा राजपूत समाज के जिलाध्यक्ष प्रमेन्द्र सिंह परिहार ने बताया पाली जिले के सरदार समंद गांव में रामदेव रोड पाली निवासी प्रेमसिंह पुत्र जितेंद सिंह का विवाह मुमल कंवर पुत्री जयसिंह चौहान के साथ हुआ।
विवाह समारोह में वधु पक्ष की ओर से वर पक्ष को शगुन में 2 लाख 51 हजार 101 रुपए भेंट किए गए। इस पर दूल्हे व उसके परिजनों ने यह राशि लौटाते हुए महज 101 रुपए शगुन के लिए।
Updated on:
25 Nov 2024 04:22 pm
Published on:
25 Nov 2024 04:00 pm
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