पाली/बाबरा। जिले के बाबरा कस्बे में बड़ी पोल स्थित प्राचीन ड्योढ़ी में ईसर-गणगौर के विवाहोपरान्त मंगलवार को बारातियों की घरातियों ने परंपरागत मान-मनुहार से स्वागत किया। महिलाओं ने गणगौर माता के मंगल गीत गाकर पूजा अर्चना की। घरातियों ने बारातियों को प्रसाद वितरित किया।
ईसरजी संग गणगौर के ससुराल विदा होने की रस्म बुधवार को सम्पन्न होगी। बड़ी पोल राजपूत संस्थान के कोषाध्यक्ष हेमसिंह राठौड़ ने बताया कि गणगौर-ईसर की शादी की तीन दिवसीय यह प्राचीन परम्परा बड़ीपोल स्थित ड्योढी में साढ़े तीन सौ वर्षों से निभाई जा रही है।