मध्य प्रदेश की हीरों की नगरी कहे जाने वाले पन्ना में लोगों की किस्मत बदलने में ज्यादा समय नहीं लगता है क्योंकि यहाँ की रत्नगर्भा धरती बेशकीमती हीरे उगलने में विश्व विख्यात है। एक किसान की कहानी तो अनूठी है जिन्हें एक दो हीरे नही बल्कि दो वर्ष में 9 हीरे मिल चुके है।
जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर ग्राम जरुआपुर निवासी प्रकाश मजूमदार एक मध्यवर्गीय किसान हुआ करते थे। अपनी छोटी सी खेती से अपने परिवार का पालनपोषण करते थे। उन्होंने दो वर्ष पहले निजी भूमि में अपने बड़े भाई एवं अन्य साथियों के साथ हीरा की खदान क्या लगाई, किस्मत चमक उठी।
उन्हें खदान की पहली खुदाई में ही पांच हीरे प्राप्त हुए। इन पांच हीरों में से एक हीरे का वजन 7.44 कैरेट था बाकी चार हीरे दो—दो ढाई कैरेट वजन के थे। इसके बाद दूसरी हीरा खदान में भी उन्हें तीन हीरे मिले जिनमे दो छोटे थे लेकिन तीसरे हीरे का वजन करीब चार कैरेट का था।
किसान प्रकाश मजूमदार को पिछले हफ्ते एक बड़ा हीरा प्राप्त हुआ है जिसका वजन 6.47कैरेट है। इसकी अनुमानित कीमत 20 लाख के करीब बताई जा रही है। इस प्रकार प्रकाश मजूमदार एवं उनके साथियों दो वर्ष के दरमियान में 9 हीरे मिल चुके है।
प्रकाश मजूमदार ने बताया कि वह दो वर्ष पहले एक कच्चे मकान में रहते थे।लेकिन हीरा मिलने के बाद जीवन में काफी बदलाव हुआ है। नया मकान बनवा लिया है एवं एक ट्रैक्टर भी खरीद लिया। बच्चों की पढ़ाई अब प्राइवेट स्कूल में होने लगी है। ईंट भट्ठा का भी काम शुरु कर दिया है। उनके पार्टनर भी आर्थिक रूप से मजबूत हो गए है।