एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाने के छ महीने बाद नीतीश की पीएम मोदी के साथ होने वाली इस मुलाकात को बहुत ही अहम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद नीतीश बिहार को विशेष रज्य का दर्जा देने की मांग उनके सामने रखने वाले है। मिली जानकारी के अनुसार जदयू नेता केसी त्यागी का कहना है कि नीतीश से मिलने के बाद पीएम बिहार सदन के भवन का शिलान्यास भी करेंगे। नीतीश दिल्ली जाने के लिए 1 मई को रवाना होने वाले है। और दो मई को वहा मीटिंग में भाग लेंगे जहां वह प्रधानमंत्री से मिलने वाले है।
मुलाकात से नहीं होगा कोई फायदा- कांग्रेस
इस मुलाकत के बाद बिहार को किसी प्रकार का फायदा होगा इस बात को कांग्रेसी नेताओं ने सिरे से नकार दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेसी विधायक अशोक राम ने कहा कि नीतीश ने बीजेपी को बिहार में सांप्रदायिक शक्तियों को अपनी जड़े विकसीत करने का प्लेटफार्म दिया है। इसका नुकसान जनता को भुगतना होगा। वहीं कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा का कहना है कि नीतीश और बीजेपी अपनी-अपनी नीति के अनुसार चल रहे है और ऐसा करके वह जनता को धोखा दे रहे है।