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मुंबई से बिहार आने वाले 100 में से 40 प्रवासी मजदूर होते हैं पॉजिटिव! HIV नोडल अधिकारी जे. जावेद का बड़ा दावा

Sitamarhi HIV Case सीतामढ़ी जिला अस्पताल के ART सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, जिले में करीब 7,400 HIV‑पॉजिटिव मरीज दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें 400 से अधिक छोटे बच्चे शामिल हैं

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सीतामढ़ी में HIV केस का विस्फोट। फोटो-सोशल साइट (एक्स)

Sitamarhi HIV Caseबिहार के सीतामढ़ी में HIV विस्फोट का मामला सामने आया है और आंकड़े चौंकाने वाले हैं। हालांकि असिस्टेंट सिविल सर्जन व नोडल अधिकारी जे. जावेद सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे नंबर का खंडन करते हुए कहा कि वो फर्जी नंबर शेयर हो रहे हैं। सीतामढ़ी की स्थिति बहुत भयानक नहीं है। उन्होंने कहा कि, “1 दिसंबर 2012 से दिसंबर 2025 तक 6,707 मरीजों का इलाज चल रहा है।”

7,400 HIV‑पॉजिटिव मरीज

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीतामढ़ी जिले में HIV पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगभग7,400 तक पहुंच गई है। जिले में हर महीने 40‑60 नए मरीज सामने आ रहे हैं, जिससे जिले के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। सीतामढ़ी जिला अस्पताल के ART सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, जिले में करीब 7,400 HIV‑पॉजिटिव मरीज दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें 400 से अधिक छोटे बच्चे शामिल हैं, जिन्हें यह संक्रमण उनके माता‑पिता से मिला है।

जागरूकता कार्यक्रमों तेज करने का निर्णय

रिपोर्ट सामने आने के बाद, जिला प्रशासन ने ART सेंटर के माध्यम से क्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रमों को तेज करने का निर्णय लिया है। साथ ही, गांव‑गांव में HIV परीक्षण कैंप लगाने की योजना बनाई गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय पर व्यापक जागरूकता नहीं बढ़ाई गई, तो स्थिति और भयावह हो सकती है।

सीतामढ़ी से ज्यादा दूसरे जिले में है

एचआईवी नोडल अधिकारी ने कहा, “सीतामढ़ी में एचआईवी के 6,707 मरीज हैं। हमारे जिले से अधिक मेरे पड़ोसी जिलों में मरीज हैं। उन्होंने कहा कि सबसे खराब स्थिति मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और सीतामढ़ी में है; इन जिलों में सीतामढ़ी से अधिक एचआईवी मरीज हैं। सीतामढ़ी में 428 बच्चे एचआईवी से संक्रमित हैं।”

मुम्बई एड्स सिटी है

HIV नोडल अधिकारी ने कहा, “मुम्बई एड्स सिटी है। मुम्बई से आने वाले 100 में से 40 प्रवासी मजदूर पॉजिटिव ही होते हैं।”