
मनीषा दयाल
(पटना): पटना के राजीव नगर के आसरा शेल्टर होम से दो महिलाओं की मौत के मामले में कई खुलासे हो रहे है। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने इस इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इन लोगों में शेल्टर होम की कोषाध्यक्ष मनीषा दयाल,सचिव चितरंजन कुमार और स्टाफ मेंबर बेबी कुमारी शामिल है। इन तीनो को शेल्टर होम संचालन में लापरवाही बरतने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। सभी से लगातार पूछताछ की जा रही है।
बिहार के शेल्टर होम इन दिनों देश में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बने हुए है। पहले मुजफ्फरपुर शेल्टर होम से लड़कियों से दुष्कर्म का मामला और अब आसरा शेल्टर होम से दो महिलाओं (उम्र 17 वर्ष व 40 वर्ष) की संदिग्ध मौत का मामला। अलग-अलग मामले सामने आने के बाद से शेल्टर होम्स के संचालन में बरती जा रही घोर लापरवाही परत दर परत सामने आ रही है। कुछ भी हो हर मामले के उजागर होने के बाद सामने आता है चौंका देने वाला सच।
शेल्टर होम के संचालन में लापारवाही बरतने का आरोप
जहां मुजफ्फरपुर मामले के उजागर होने के बाद वहां रहने वाली लड़कियों दी जाने वाली अमानवीय यातनाओं का खुलासा हुआ था। वहीं आसरा शेल्टर होम में दो लोगों की संदिग्ध मौत के बाद से पुलिस और जांच एजेंसियों की नजर इस ओर मुड गई है। पुलिस ने इस शेल्टर होम के सचिव चितरंजन कुमार,कोषाध्यक्ष मनीष दयाल और स्टाफ मेंबर बेबी कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी पर शेल्टर होम के संचालन में लापारवाही बरतने का आरोप है। मामला मजिस्ट्रेट के आदेश पर दर्ज किया गया जिनकी निगरानी में दोनों मृतक महिलाओं का पोस्टमार्टम किया गया था।
बता दें कि रविवार देर रात शेल्टर होम में रहने वाली सभी महिलाओं की मेडिकल जांच की गई। जांच में बुहत चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। रिपोर्ट में यह बताया गया कि शेल्टर होम में रहने वाली 73 महिलाओं में से 52 महिलाएं खून की कमी से ग्रस्त है इन सभी को एनिमिया है।
Published on:
13 Aug 2018 04:20 pm
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