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5000 रुपये के लिए खानी होगी जेल की हवा! विजिलेंस ने राजस्व कर्मचारी को किया ट्रैप, घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

सहरसा में विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक राजस्व कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। महज 5000 रुपये की घूस ने कर्मचारी का करियर दांव पर लगा दिया और अब उसे जेल की सलाखों के पीछे जाना होगा।

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पटना

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Anand Shekhar

Dec 16, 2025

विजिलेंस की गिरफ्त में राजस्व कर्मचारी

विजिलेंस की गिरफ्त में राजस्व कर्मचारी (फोटो- निगरानी अन्वेषण ब्यूरो)

बिहार के सहरसा जिले के पतरघट अंचल कार्यालय में मंगलवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (विजिलेंस) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक राजस्व कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार कर्मचारी की पहचान राहुल कुमार के रूप में हुई है। आरोप है कि उसने जमीन के जमाबंदी परिमार्जन के बदले 5 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह कार्रवाई निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम द्वारा की गई। विजिलेंस की यह कार्रवाई निगरानी थाना कांड संख्या 112/25 के तहत दर्ज की गई है, जो वर्ष 2025 में भ्रष्टाचार के खिलाफ दर्ज 112वीं प्राथमिकी है।

जमीन सुधार के नाम पर मांगी गई थी घूस

निगरानी विभाग के अनुसार, धबौली पंचायत निवासी रणबहादुर सिंह ने 4 दिसंबर को पटना स्थित निगरानी अन्वेषण ब्यूरो कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया था कि उन्होंने अपनी जमीन के जमाबंदी सुधार (परिमार्जन) के लिए पतरघट अंचल कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन दिया था, लेकिन राजस्व कर्मचारी राहुल कुमार लगातार काम टाल रहा था।

रणबहादुर सिंह का आरोप है कि खेसरा और खाता पंजी में सुधार के नाम पर कर्मचारी ने सीधे तौर पर 5,000 रुपये की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने मामले का सत्यापन कराया, जिसमें रिश्वत मांगने के आरोप सही पाए गए।

जाल बिछाकर रंगे हाथ पकड़ा

शिकायत सत्यापित होने के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने पुलिस उपाधीक्षक मिथिलेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष धावादल का गठन किया। तय रणनीति के तहत मंगलवार को विजिलेंस की नौ सदस्यीय टीम पतरघट अंचल कार्यालय पहुंची। जैसे ही राजस्व कर्मचारी राहुल कुमार ने शिकायतकर्ता से 5 हजार रुपये रिश्वत के रूप में स्वीकार किए, विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। मौके पर ही कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ के बाद कोर्ट में पेशी

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को पतरघट अंचल कार्यालय से सहरसा के सर्किट हाउस लाया गया, जहां उससे पूछताछ की गई। इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए आरोपी को पटना ले जाने की तैयारी की गई है। विजिलेंस विभाग ने बताया कि पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। मामले में आगे की जांच जारी है।

अंचल कार्यालय में मचा हड़कंप

इस कार्रवाई के बाद पतरघट अंचल कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कर्मचारियों और आम लोगों में विजिलेंस की कार्रवाई को लेकर चर्चा तेज रही। पीड़ित रणबहादुर सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब आठ महीने पहले नाम सुधार के लिए आवेदन दिया था, लेकिन बिना रिश्वत के काम नहीं हो रहा था। मजबूर होकर उन्होंने निगरानी विभाग का सहारा लिया।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के मुताबिक, वर्ष 2025 में यह ट्रैप से जुड़ा 92वां मामला है। अब तक ट्रैप मामलों में 98 अभियुक्तों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि रिश्वत के रूप में 35 लाख 36 हजार 500 रुपये की बरामदगी हुई है।