
कोलकाता में भारी बारिश के चलते दुर्गा पूजा का जश्न फीका पड़ रहा है। (Photo: IANS)
Kolkata Weather: कोलकाता में भारी बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। 10 लोगों की मौत हो चुकी है। ट्रेन और मेट्रो ट्रेन के परिचालन में काफी बाधा पैदा हो रही है। अबतक 30 हवाई जहाज की उड़ानें रद्द की गई जबकि 31 अन्य उड़ानों में देरी दर्ज की गई। इसका असर यहां विश्व प्रसिद्ध दुर्गा महोत्सव (Kolkata Durga Puja) का रंग फीका पड़ रहा है। आइए जानते हैं दुर्गा पूजा को लेकर क्या थी तैयारी?
कोलकाता के कई हिस्सों में कुछ ही घंटों में बहुत ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। चंद घंटों में शहर के गरिया कमदहारी में 332 मिलीमीटर और जोधपुर पार्क में 285 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि आगामी कुछ दिनों तक कोलकाता समेत राज्य भर में भारी बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों कोलकाता, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, बांकुरा, बीरभूम, मुर्शिदाबाद, नादिया और पुरुलिया आदि जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
राजधानी के कई इलाकों में कई घंटे से बिजली गुल है। कोलकाता के जादवपुर, इकबालपुर, मोमिनपुर, ढाकुरिया, बल्लीगंज, कस्बा और सर्वे पार्क की आपूर्ति बंद कर दी गई क्योंकि बाढ़ का पानी बिजली के जंक्शन बॉक्स और मीटर बॉक्स तक खतरनाक रूप से पहुंच गया था।
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने हिंदुस्तान टाइम्स से बताया, "अगर बारिश दोबारा नहीं हुई तो लोग दुर्गा पूजा खुशी से मनाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ पंडाल पूरी तरह से पानी में डूबे हुए हैं और अगर पूजा के दौरान बारिश हुई तो हम इसे संभाल लेंगे।
कोलकाता नगर निगम के अनुसार, गरिया कमदहारी, जोधपुर पार्क, कालीघाट, टॉपसिया, बालीगंज, उत्तर कोलकाता के थांटानिया में कुछ ही घंटों में भारी बारिश के चलते पूरे इलाके में काफी पानी भर गया। इन इलाकों के दुर्गा पूजा समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि भारी बारिश और जगह-जगह जलभराव के चलते दुर्गा पूजा पंडालों में भी पानी घुस गया। लोगों को पूजा करने में परेशानी आ रही है। पिछले साल की तुलना में लोग कम पहुंच रहे हैं। दुर्गोत्सव मंच ने मीडिया से बताया कि पंडालों में पंडालों को काफी नुकसान पहुंचा है क्योंकि उनकी कलाकृतियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। दुर्गोत्सव समिति कोलकाता और हावड़ा क्षेत्रों में 500 पूजा स्थलों का आयोजक है।
पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान राज्य में दुर्गा पूजा महोत्सव को लेकर काफी उत्साह दिखाया है। 20 सितंबर 2025 को उन्होंने ताला प्रत्तोय दुर्गा पंडाल का उद्घाटन किया और उन्हें पांच दिनों के अंदर पूरे राज्य में 3,000 दुर्गा पंडालों का उद्घाटन करना है। ताला प्रत्तोय दुर्गा पूजा समिति इस बार दुर्गा पूजा की स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रहा है। पंडाल की थीम "बीज आंगन" है। इस थीम को जीवंत करने वाले प्रसिद्ध कलाकार भबातोष सुतार भी उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद थे।
पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने दुर्गा पूजा महोत्सव को बढ़ावा देने के लिए पंडालों के ग्रांट में लगातार इजाफा किया। पिछले 8 साल में दुर्गा पूजा समितियों को चंदे की राशि 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 1.10 लाख रुपये कर दी है। ममता सरकार ने वर्ष 2018 में 28 हजार पंडालों को 10-10 हजार रुपये चंदा दिया था। इस साल डोल की रस्म यानी चंदे की राशि बढ़ते-बढ़ते 1 लाख 10 हजार रुपये हो गई। पूरे राज्य में इस साल 45 हजार दुर्गा पंडालों को बंगाल सरकार ने चंदे की राशि के तौर पर 500 करोड़ रुपये दी।
Updated on:
24 Sept 2025 02:29 pm
Published on:
24 Sept 2025 02:01 pm
बड़ी खबरें
View AllPatrika Special News
ट्रेंडिंग
