
रूस में एमबीबीएस करने गए छात्र अजीत चौधरी का शव सोमवार को एक बजे पैतृक गांव कफनवाड़ा पहुंचते ही गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।

जवान बेटे की अर्थी देखकर पिता-माता व बहन-भाई व परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। आंखों से आंसू नहीं रुके।

परिजनों का विलाप देख लोगों की आंखें नम हो गई। एसडीएम अर्चना चौधरी व अन्यों ने छात्र की मां, बहन व परिवार की अन्य महिलाओं को ढांढस बंधाया।

दिल्ली एयरपोर्ट से कागजी कार्रवाई के बाद एम्बुलेंस से अलवर लाए। यहां सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में मेडिकल बोर्ड ने री-पोस्टमार्टम किया। इसके बाद पैतृक गांव कफनवाड़ा ले गए, जहां गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।

रूस के ऊफा की बश्किर मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस करने गया अजीत चौधरी 19 अक्टूबर को हॉस्टल से दूध लाने की कहकर निकला था, जो वापस नहीं लौटा था। 20 अक्टूबर को अजीत के जैकेट व मोबाइल एक रिवर के पास मिले थे। बाद में 6 नवम्बर को उसका शव बांध में मिला।