तितली रानी इतने सुंदर पंख कहां से लाई हो, क्या तुम कोई शहजादी हो या परी लोक से आई हो…
भोपाल। राजधानी स्थित देश की पहली रामसर साइट भोज वेटलैंड में तितलियों की गणना हो रही है। इससे जैव विविधता का आकलन किया जा रहा है। पहले चरण के सर्वे में अब तक भोज वेटलैंड में पांच दुर्लभ प्रजातियां पाई गईं हैं। सर्वे में कॉमन शॉट सिल्वरलाइन, लार्ज ओक ब्लू, कॉमन पामफ्लाई, रेड फ्लेश, अनोलमस नवाब जैसी प्रजातियां दिखीं। यह भोज वेटलैंड में बहुत कम दिखाई देती हैं। इन छोटी-छोटी तितलियों का जीवनकाल भले ही बहुत छोटा होता है मगर वे प्रकृति के लिए दीर्घकालीन भूमिका निभाती हैं। मानव चहलकदमी और प्रदूषण बढ़ने से अब इनकी संख्या में गिरावट आ रही है। मंगलवार को रंग-बिरंगी तितलियों को कैमरे में कैद करने की कोशिश...। फोटो: सुभाष ठाकुर