
सांस्कृतिक कार्यक्रम में पंजाबी भांगडा, नेपाली, बंगाली, गढ़वाली, घूमर व भवई राजस्थानी नृत्य, गुजरात का दांडिया, देशभक्ति पर आधारित नृत्य किए गए ।

स्थापना दिवस के जश्न में खुद डीजी और कमाडेंट ने भी भागड़ा किया। इस मौके पर एनडीआऱएफ डीजी ने बताया कि 12 सालों में एनडीआरएफ ने देश और विदेशों में प्राकृतिक आपदाओं में लाखों लोगो की जान बचाई है।

इंडिया की एनडीआरएफ सबसे मजबूद आपदा बलों में से एक है। ये हमारे लिए गौरव की बात है कि विदेश के बल भी हमसे सीखने के लिए आते है।

सांस्कृतिक कार्यकम में एनडीआऱएफ डीआईजी आरके.राणा, आठवीं बटालियन कमाडेंट पीके श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

सांस्कृतिक कार्यकम में कलाकारों ने एक साथ सिर पर कई मटके रखकर नृत्य करके सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। एनडीआरएफ के आईडी, डीआईजी और अन्य सभी अफसरों ने भी इसकी जमकर सराहना की।