
खड़े गणेशजी मंदिर यह कोटा शहर का ख्यात गणेश मंदिर है। इस प्राचीन मंदिर में गजानन की खड़े स्वरूप में प्रतिमा स्थापित है।

सर्किट हाउस में विराजे गणेश जी नयापुरा क्षेत्र में स्टेशन रोड पर िस्थत सर्किट हाउस में विराजे गणेशजी की छटा निराली है। यहां गणेश चतुर्थी पर हर बार हजारों किलो लड्डू का भोग लगता है।

पुराने कोटा के पाटनपोल क्षेत्र में विराजे मंशापूर्ण गणेशजी और चिंताहरण गणेशजी अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूरी करते हैं और उनकी सभी चिंताएं हर लेते हैं।

भूरिया गणेशजी, टिपटा पुराने कोटा शहर में गढ़पैलेस के सामने और मथुराधीश मंदिर मार्ग के रास्ते पर यह मंदिर िस्थत है। विघ्नहर्ता की छोटी सी प्रतिमा की सुंदरता श्रद्धालुओं को मोह लेती है। मनभावन गणेशजी, पाटनपोल नाम के अनुरूप यहां विराजित विनायक की प्रतिमा मनभावन है। पाटनपोल क्षेत्र िस्थत यह मंदिर प्राचीन है।

एसी वाले गणेशजी नए कोटा में दादाबाड़ी मार्ग पर केशवमुरारी गोशाला परिसर में यह मंदिर गणेशजी के लिए लगे एसी के नाम से जाना जाता है। मंदिर प्रबंधन से सड़क के पास होने से और धूल मिट्टी और गर्मी से बचाने के लिए देव प्रतिमा को कांच के मंदिर में सुरक्षित कर एसी लगवा रखा है।