
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस 92.6 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन आजमगढ़ के सालारपुर और गोरखपुर के भगनापुर टोल प्लाजा से किया ।

उद्घाटन समारोह के बाद मुख्यमंत्री एक्सप्रेस वे पर सफर करते हुए गोरखपुर पहुंचे, जहां वे एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया । यह परियोजना यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा विकसित की गई है।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का प्रारंभिक बिंदु जटपुरा (NH-27), गोरखपुर है और यह आजमगढ़ के सालारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से मिल जाता है।

यह मार्ग चार प्रमुख जिलों,गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजरता है। इसकी कुल लंबाई 91.93 किलोमीटर है। इसका निर्माण दो चरणों में हुआ:

यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए UPEIDA ने एक्सप्रेसवे पर टाइप-2 स्तर की सुरक्षा, एकीकृत आपातकालीन सहायता प्रणाली, कैमरा निगरानी और फास्टैग आधारित टोलिंग व्यवस्था की व्यवस्था की है।

इस परियोजना की कुल लागत में भूमि अधिग्रहण हेतु ₹1,575.73 करोड़ खर्च किए गए हैं। इसमें 1,712 गांवों की भूमि अधिग्रहित की गई। किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया गया:

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से लखनऊ से गोरखपुर की दूरी अब केवल ढाई से तीन घंटे में तय की जा सकेगी।किसानों को मुआवजा के साथ-साथ निर्माण कार्यों में रोजगार के अवसर भी मिले हैं।

उत्तर प्रदेश का एक्सप्रेस वे नेटवर्क