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एक महीना बीत जाने के बाद भी नहीं सुलझी मर्‌डर केस की गुत्थी, पांच साल की मासूम है गवाह

एक महीने बाद भी मर्डर केस का खुलासा नहीं हुआ है, अब मुख्यमंत्री से शिकायत की गई है।

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Murder Mystery

एक महीना बीत जाने के बाद भी नहीं सुलझी मर्‌डर केस की गुत्थी, पांच साल की मासूम है गवाह

पीलीभीत। बिलसंडा थाना क्षेत्र के गांव तिलसंडा के रहने वाले नेमचरन ने मुख्यमंत्री सहित तमाम आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। आरोप है कि उनके भाई की हत्या उसकी पत्नी, सास-ससुर, ***** व एक अन्य व्यक्ति ने की है। लगभग एक माह से पीड़ित बिलसंडा थाना पुलिस के चक्कर काट रहा है लेकिन पुलिस उसे न्याय दिलाने की बजाए टरका रही है। पूरे हत्याकांड की गवाह एक पांच साल की मासूम है। जिसकी गवाही थाना पुलिस नहीं मान रही है।

क्या है मामला

बिलसंडा थाना क्षेत्र के तिलसंडा के रहने वाले नेमचरन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी शिकायत में लिखा है कि उसके भाई रामसागर की हत्या उसकी पत्नी लीलावती, ससुर रामरतन, सास सुनीता, ***** बबलू व एक अन्य व्यक्ति डब्लू ने बीते मई माह में की थी। जिसका प्रार्थना पत्र उसने बिलसंडा थाना में भी दिया था। पीड़ित भाई नेमचरन ने बताया कि उसका भाई बीती 14 मई को अपनी ससुराल थाना क्षेत्र के ही गांव इरादतपुर पगार में अपनी पत्नी की विदाई के लिए गया था। जहां उसका ससुराल पक्ष से विवाद हो गया। जिसके बाद थाना क्षेत्र के ही गांव बमरौली में एक गन्ने के खेत में 18 मई को उसके भाई का शव मिला। सूचना पर पहुंची बिलसंडा थाना पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शव की शिनाख्त कपड़ों से हुई कि मृतक उसका भाई रामसागर है। हत्यारोपियों ने हत्या के बाद उसके भाई का चेहरा बुरी तरह जला झुलसा दिया था ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके। लेकिन कपड़ों से उसकी शिनाख्त हो गयी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार रामसागर की हत्या गला दबाकर हुई थी और शिनाख्त छिपाने के लिए उसका चेहरा जला झुलसा दिया गया था। ताकि कोई उसे पहचान न सके। इस पूरी वारदात की गवाह मृतक रामसागर की पांच साल की मासूम बेटी लक्ष्मी है। जिसने थानाध्यक्ष समेत तमाम अधिकारियों को भी बताया लेकिन एक माह हो जाने के बाद भी थानाध्यक्ष बिलसंडा व पीलीभीत पुलिस के किसी भी अधिकारी के कानों पर जूं नहीं रेंगी।

क्या कहना है पुलिस का

वहीं एसओ बिलसंडा सीपी शुक्ला का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर जांच की जा रही है। दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ हत्या की तहरीर दे रखी है। पुलिस अपनी जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सही आयेंगे उसके आधार पर मुल्जिम को जल्द से जल्द जेल भेजा जायेगा।