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लोकतंत्र की हत्या के रुप में काला अध्याय माना जाता है आपातकाल: राजेंद्र

आपातकाल के भूमिगत आंदोलनकारियों को किया गया सम्मानित।

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Loktantra senani

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पीलीभीत। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं चिंतक राजेंद्र ने कहा है कि जो हठधर्मी पूर्ण साजिश देश में आपातकाल लगा कर इंदिरा सरकार ने की, उस दिन को आज लोकतंत्र की हत्या के रुप में काला अध्याय माना जाता है। वे आज लोकतंत्र सेनानी रंक्षक मंच के तहत हुए आपातकाल में भूमिगत रहकर काम करने वाले आंदोलनकारियों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे। शहर के एक होटल में हुए आपातकाल में भूमिगत रहकर काम करने वाले आंदोलनकारियों के सम्मान समारोह में आपातकाल के संस्मरण सुनाए गए और आदोलनकारियों को सम्मानित किया गया।

इन्हें मिला सम्मान
सम्मानित होने वालों में डॉ पीआर अवस्थी, अरुण वाजपेई, बालकृष्ण अग्रवाल, श्याम मोहन, परमजीत सिंह, सहित अनेक आंदोलनाकिरयों को गोल्ड मैडल और दुशाला के साथ सम्मान पत्र दिया गया। कार्यक्रम में मानवाधिकार कार्यकर्ता कलीम अतहर खां को भी सम्मानित किया गया। संस्मरण सुनाते हुए डॉ पीआर अवस्थी, अरुण वाजपेई ने कहा कि आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी के जुल्म की इंतेहा बीच युवाओं ने भूमिगत होकर पुलिस के अमानवीय आचरण के विरोध में कोतवाली के सामने तथा पूरे शहर में आपातकाल विरोधी पर्चे चिपकाकर और वॉल पेंटिंग के माध्यम से क्रांति की अलख जगाई। मुख्य अतिथि राजेंद्र जी ने कहा कि इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर और कानून में संशोधन कर अपना चुनाव सुप्रीम कोर्ट से वैध घोषित कराया तथा संविधान में संशोधन कर अपना कार्यकाल पांच वर्ष के बजाय सात वर्ष कर लिया। इसके विरोध में सांसद मधुलिमय और शरद यादव ने पूना की नर्मदा जेल में रहते अपना स्तीफा लोकसभा अध्यक्ष को भेजा था।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले बाबू वीर सिंह, अशोक शम्सा, करुणा शंकर शुक्ला, तौसीफ अहमद, डीडी गुप्ता, कैलाश चंद्र गुप्ता, अजय शम्सा, अरविंद सिंह, डा सुधीर मिश्रा, सरयू प्रसाद रस्तोगी, राम गोपाल मिश्रा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र मिश्रा, बीडी गुप्ता, राघवेंद्र नाथ मिश्रा, धीरेंद्र सिंह, हर्षवर्धन पांडेय, रमेश सिंह सहित सैकड़ों लोकतंत्र सेनानी मौजूद रहे। सम्मान समारोह का संचालन वरिष्ठ पत्रकार कार्यक्रम संयोजक विश्वमित्र टंडन ने किया। अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष अशोक शम्सा ने की।

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को किया सम्मानित
लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान कार्यक्रम में मानवाधिकार कार्यकर्ता कलीम अतहर खां को भी सम्मानित किया गया। कलीम अतहर खां ने मानवाधिकार और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कार्य किया है। वे सामाजिक कार्यो में स्वयंसेवक के रूप में सक्रिय योगदान देते हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजेंद्र ने उनको प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। कलीम कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़ें हुए हैं। उनको सम्मानित किये जाने का स्थानीय नागरिकों ने स्वागत किया।